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इंग्लैंड में खेली गई इन 4 खिलाड़ियों की आखिरी टेस्ट सीरीज

भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही टेस्ट सीरीज में चार प्रमुख खिलाड़ियों के करियर का अंत हो सकता है। जसप्रीत बुमराह, करुण नायर, शार्दुल ठाकुर और रविंद्र जडेजा जैसे खिलाड़ियों के प्रदर्शन में गिरावट आई है, जिससे यह संभावना बढ़ गई है कि यह उनकी आखिरी टेस्ट सीरीज हो सकती है। जानें इन खिलाड़ियों के बारे में और उनके भविष्य की संभावनाओं के बारे में।
 

खिलाड़ियों का करियर खत्म होने का संकेत

टेस्ट सीरीज: भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला क्रिकेट प्रेमियों के लिए रोमांचक रही है, लेकिन यह कुछ भारतीय खिलाड़ियों के करियर के अंत का संकेत भी दे रही है। प्रदर्शन, फिटनेस और उम्र के कारण यह संभावना बढ़ गई है कि चार खिलाड़ियों का यह इंग्लैंड टेस्ट सीरीज उनके करियर की अंतिम श्रृंखला हो सकती है। आइए जानते हैं ये चार खिलाड़ी कौन हैं।


इन 4 खिलाड़ियों ने खेली अपनी आखिरी टेस्ट सीरीज

जसप्रीत बुमराह – फिटनेस में कमी

जसप्रीत बुमराह, जो भारत के सबसे विश्वसनीय और खतरनाक गेंदबाज माने जाते हैं, इंग्लैंड दौरे पर अपने प्रदर्शन को लेकर चिंतित हैं। मैनचेस्टर टेस्ट की पहली पारी में उन्होंने 28 ओवर में 95 रन देकर केवल 1 विकेट लिया। उनकी गेंदबाजी की गति में भी गिरावट आई है। आमतौर पर 140+ किमी/घंटा की गति से गेंदबाजी करने वाले बुमराह, इस टेस्ट में 125-130 किमी/घंटा की रफ्तार तक सीमित रहे। एक वीडियो में उन्हें लंगड़ाते हुए ड्रेसिंग रूम की ओर जाते हुए देखा गया, जिससे यह संकेत मिला कि वह पूरी तरह से फिट नहीं हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि बुमराह का शरीर अब लंबे फॉर्मेट के लिए उपयुक्त नहीं है और वह ओवल टेस्ट के बाद टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का निर्णय ले सकते हैं।


करुण नायर – निरंतर असफलता

करुण नायर, जो कभी तिहरा शतक लगाकर चर्चा में आए थे, वर्तमान श्रृंखला में निराशाजनक प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने इस श्रृंखला में 6 पारियों में क्रमशः 0, 20, 31, 26, 40 और 14 रन बनाए हैं। मैनचेस्टर टेस्ट से उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया है, और टीम प्रबंधन ने कोई स्पष्ट आश्वासन नहीं दिया है। ऐसे में यह संभावना है कि यह करुण नायर का इंग्लैंड में आखिरी टेस्ट दौरा हो सकता है। निरंतर असफलता और युवा बल्लेबाजों की मौजूदगी के कारण उनकी वापसी की राह कठिन हो गई है।


शार्दुल ठाकुर – प्रदर्शन में कमी

शार्दुल ठाकुर को इंग्लैंड की तेज और स्विंग वाली परिस्थितियों में एक उपयोगी ऑलराउंडर माना गया था, लेकिन उनका प्रदर्शन उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा। पहले टेस्ट में उन्होंने केवल 6 ओवर गेंदबाजी की और कोई विकेट नहीं लिया। बल्ले से भी उन्होंने 1 और 4 रन बनाए। यदि एक ऑलराउंडर पूरे दिन में 15 ओवर भी नहीं डाल पा रहा है, तो उनकी उपयोगिता पर सवाल उठना लाजिमी है। हालांकि उनके नाम इंग्लैंड में 49.8 की स्ट्राइक रेट से 10 विकेट हैं, लेकिन वर्तमान में उनकी फिटनेस और प्रभाव दोनों कमजोर दिखाई दे रहे हैं। ऐसे में यह माना जा रहा है कि इंग्लैंड में उनका यह आखिरी टेस्ट दौरा हो सकता है।


रविंद्र जडेजा – उम्र का प्रभाव

रविंद्र जडेजा का प्रदर्शन इस श्रृंखला में औसत से बेहतर रहा है। उन्होंने पांचवीं बार अर्धशतक बनाया और इंग्लैंड में अपने आंकड़े 1000 रन और 34 विकेट तक पहुंचाए। लेकिन अब जडेजा 36 साल के हो चुके हैं और लगातार 5 टेस्ट खेलना उनके लिए चुनौती बनता जा रहा है। टीम प्रबंधन आने वाले समय में युवा स्पिन ऑलराउंडर्स को मौका देना चाहेगा, जिससे जडेजा की भूमिका सीमित ओवरों में या घरेलू मैदानों तक रह सकती है। इस लिहाज से इंग्लैंड में यह उनका आखिरी टेस्ट दौरा माना जा रहा है।