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ऋषभ पंत की कुलदीप यादव पर सख्त प्रतिक्रिया, धीमी ओवर-रेट का मामला

भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच 2025 टेस्ट मैच में ऋषभ पंत ने कुलदीप यादव की धीमी ओवर-रेट पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। गुवाहाटी में खेले जा रहे इस मैच में पंत का गुस्सा उस समय बढ़ा जब कुलदीप ने ओवर शुरू करने में देरी की। ICC के नए नियमों के तहत, धीमी ओवर-रेट पर पेनल्टी का खतरा था। जानें इस दिलचस्प घटना के बारे में और क्या हुआ जब पंत ने कुलदीप को चेतावनी दी।
 

IND vs SA: मैच में बढ़ा तनाव

भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच 2025 टेस्ट मैच में ऋषभ पंत ने कुलदीप यादव की धीमी ओवर-रेट पर कड़ी प्रतिक्रिया दी, जिससे खेल में तनाव बढ़ गया।


गुवाहाटी के बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम में खेले जा रहे इस टेस्ट के दूसरे दिन, पंत पहली बार स्पष्ट रूप से कुलदीप से नाखुश नजर आए।


यह घटना दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी के 88वें ओवर के दौरान हुई, जब खेल का माहौल अचानक बदल गया।


पंत का गुस्सा: फील्डिंग में देरी

मैच के दौरान भारतीय फील्डर्स ने कई बार ओवर खत्म होने के बाद अपनी पोजिशन पर लौटने में अधिक समय लिया। इससे खेल की गति प्रभावित हुई और पंत ने बार-बार अपनी टीम को तेजी दिखाने का संदेश दिया।


हालांकि, जब कोई सुधार नहीं हुआ, तो पंत का गुस्सा बढ़ता गया।


कुलदीप की देरी से बढ़ी नाराज़गी

पंत की नाराज़गी उस समय चरम पर पहुंच गई जब कुलदीप यादव ने पारी का 18वां ओवर शुरू करने में काफी देर कर दी। यह ध्यान देने योग्य है कि कुलदीप को पहले भी धीमी ओवर-रेट के लिए चेतावनी मिल चुकी थी।


नियम के अनुसार, यदि किसी गेंदबाज़ को एक पारी में तीन चेतावनियाँ मिलती हैं, तो विरोधी टीम को 5 पेनल्टी रन दिए जाते हैं, और पंत इस जोखिम को नहीं लेना चाहते थे.


पंत का संवाद: कुलदीप को दी चेतावनी

स्टंप माइक पर पंत ने कुलदीप से कहा:


"तीस सेकंड का टाइमर है। घर में खेल रहे हो क्या? जल्दी डाल एक बॉल। यार, कुलदीप दो-दो बार वॉर्निंग ले ली।"


ICC के नए नियमों का प्रभाव

इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025–27 साइकिल से स्टॉप-क्लॉक सिस्टम लागू किया है। यह नियम पहले केवल व्हाइट-बॉल क्रिकेट में था, लेकिन अब इसे टेस्ट क्रिकेट में भी लागू किया गया है।


नियम के अनुसार, फील्डिंग टीम को पिछले ओवर के खत्म होते ही 60 सेकंड के भीतर अगला ओवर शुरू करना होगा।


यदि ऐसा नहीं किया जाता है, तो कप्तान को चेतावनी दी जाती है। तीसरी गलती पर बैटिंग टीम को 5 पेनल्टी रन मिलते हैं।


इस कड़े नियम ने मैचों की गति को बढ़ाने में मदद की है, लेकिन खिलाड़ियों पर अतिरिक्त दबाव भी डाला है।