भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ ड्रॉ में किया शानदार प्रदर्शन
मैनचेस्टर टेस्ट में भारतीय बल्लेबाजों का संघर्ष
इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर में खेले गए टेस्ट मैच में भारतीय बल्लेबाजों ने अद्भुत संघर्ष का प्रदर्शन किया, जिससे मैच ड्रॉ की ओर बढ़ा। पहले दिन इंग्लैंड ने 669 रन बनाकर भारतीय टीम को 311 रनों की बढ़त दिलाई। लेकिन भारतीय खिलाड़ियों ने धैर्य और साहस के साथ खेलते हुए मुकाबला ड्रॉ कराने में सफलता प्राप्त की, जिससे इंग्लैंड को हार का अनुभव हुआ। आइए जानते हैं इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने इस परिणाम पर क्या कहा।जब इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 311 रनों की बढ़त बनाई, तब ऐसा लगा कि भारतीय टीम के लिए जीत पाना कठिन होगा। लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने हार नहीं मानी और मैदान पर डटे रहे। खासकर केएल राहुल और शुभमन गिल ने बेहतरीन साझेदारी की, इसके बाद वॉशिंगटन सुंदर और रवींद्र जडेजा ने मिलकर मैच को ड्रॉ की ओर मोड़ दिया।
मैच के बाद, बेन स्टोक्स ने अपनी टीम की गेंदबाजी पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा, "हमने बहुत मेहनत की, लेकिन अंत में भारत ने जिस तरह से संघर्ष किया, वह प्रशंसा के योग्य है। मैं किसी भी प्रमुख गेंदबाज को और थका कर जोखिम में नहीं डालना चाहता था। डॉसी ने कई ओवर फेंके थे, और उनका शरीर थका हुआ था, इसलिए मैंने उन्हें और दबाव में नहीं डाला।"
वॉशिंगटन सुंदर और रवींद्र जडेजा का योगदान इस मैच में अत्यंत महत्वपूर्ण था। जब शुभमन गिल आउट हुए, तब भारत का स्कोर 222 रन था, लेकिन सुंदर और जडेजा ने मिलकर 203 रनों की शानदार साझेदारी की और मैच को ड्रॉ पर समाप्त करने में सफलता पाई। इंग्लैंड की टीम ने दोनों को आउट करने के लिए हर संभव प्रयास किया, लेकिन उन्होंने दबाव का सामना करते हुए शानदार शतक बनाए और इंग्लैंड की गेंदबाजी को नाकाम किया।
बेन स्टोक्स ने दोनों बल्लेबाजों की तारीफ करते हुए कहा, "सुंदर और जडेजा ने जिस तरह से बल्लेबाजी की, वह वास्तव में प्रशंसा के योग्य है। हमने उन्हें आउट करने के लिए हर संभव प्रयास किया, लेकिन उन्होंने हर चुनौती का सामना किया।" उन्होंने आगे कहा, "यह सीरीज कई उतार-चढ़ाव से भरी रही है, और हर मैच में दोनों टीमें एक-दूसरे के खिलाफ जोरदार संघर्ष कर रही हैं। भारत ने जिस तरह से इस मैच में संघर्ष किया, उसके लिए उन्हें मेरी ओर से बहुत धन्यवाद।"