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भारत ने महिला वनडे विश्व कप सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को हराया

महिला वनडे विश्व कप के सेमीफाइनल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर एक नया इतिहास रच दिया। इस मैच में भारत ने 339 रनों का लक्ष्य हासिल किया, जिससे ऑस्ट्रेलिया की कप्तान एलिसा हीली भावुक हो गईं और संन्यास का संकेत दिया। जानें इस रोमांचक मुकाबले के महत्वपूर्ण पल और जेमिमा रोड्रिग्स की शानदार पारी के बारे में।
 

नवी मुंबई में ऐतिहासिक जीत

नवी मुंबई: महिला वनडे विश्व कप के सेमीफाइनल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर एक नया इतिहास रच दिया है। डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेले गए इस मैच में भारत ने 339 रनों का विशाल लक्ष्य हासिल कर ऑस्ट्रेलिया की सात बार की चैंपियन टीम को बाहर कर दिया।


ऑस्ट्रेलिया की कप्तान का भावुक पल

इस हार के बाद ऑस्ट्रेलिया की कप्तान एलिसा हीली काफी भावुक हो गईं और उन्होंने वनडे क्रिकेट से संन्यास लेने का संकेत दिया। इस टूर्नामेंट में ऑस्ट्रेलिया ने बेहतरीन प्रदर्शन किया और पॉइंट्स टेबल में पहले स्थान पर रही।


मैच का रोमांचक मोड़

ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 338 रन बनाए। फीबे लिचफील्ड ने शानदार 119 रन बनाए, जबकि एलिस पेरी ने 77 रनों की पारी खेली। ऐसा लग रहा था कि ऑस्ट्रेलिया फाइनल में पहुंच जाएगी। लेकिन भारत की जेमिमा रोड्रिग्स ने नाबाद 127 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई।


कप्तान हरमनप्रीत कौर ने भी 89 रनों की शानदार पारी खेली। दोनों ने मिलकर भारत को नौ गेंदों के भीतर जीत दिलाई। यह महिला वनडे विश्व कप के इतिहास में सबसे बड़ा सफल रन चेज था।


जेमिमा का छूटा कैच

एलिसा हीली चोट से उबरकर टीम की कप्तानी कर रही थीं। मैच के दौरान एक महत्वपूर्ण क्षण आया जब जेमिमा 82 रन पर थीं और हीली ने उनका आसान कैच छोड़ दिया। यह गलती मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुई। जेमिमा ने इसके बाद ताबड़तोड़ बल्लेबाजी की और भारत को फाइनल में पहुंचा दिया।


हीली की भावुक प्रतिक्रिया

मैच के बाद एलिसा हीली ने कहा, "पूरे टूर्नामेंट में सभी ने शानदार प्रदर्शन किया। इसलिए यहां खड़े होना बहुत निराशाजनक है। हमने दबाव बनाया, मौके बनाए लेकिन उन्हें भुना नहीं सके।" उनकी आंखों में निराशा साफ झलक रही थी।


संन्यास का संकेत

जब उनसे पूछा गया कि क्या वह अगले वनडे विश्व कप के लिए लौटेंगी, तो हीली ने मुस्कुराते हुए कहा, "मैं वहां नहीं रहूंगी। अगला चक्र रोमांचक होगा। अगले साल टी20 विश्व कप है, जो हमारे लिए अच्छा मौका है। लेकिन वनडे क्रिकेट में थोड़ा बदलाव आएगा।"


यह उनके शानदार वनडे करियर का अंत प्रतीत होता है। 123 मैचों में उन्होंने 3,563 रन बनाए हैं, जिनकी औसत 35.98 है। उनके नाम सात शतक और 18 अर्धशतक हैं। इस विश्व कप में उन्होंने पांच मैचों में 299 रन बनाकर अपनी क्लास दिखाई।