भारत महिला वनडे विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया से हार के बाद सेमीफाइनल की चुनौती
भारत को मिली लगातार दूसरी हार
भारत को ICC महिला वनडे विश्व कप में दूसरी बार हार का सामना करना पड़ा है। रविवार को विशाखापत्तनम के ACA-VDCA स्टेडियम में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को तीन विकेट से हराया। भारत ने ऑस्ट्रेलिया के सामने 331 रनों का एक चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा था, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने महिलाओं की ODI में अब तक की सबसे बड़ी सफल रन चेज करते हुए जीत हासिल की। इससे पहले, भारत ने इसी स्टेडियम में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ भी तीन विकेट से हार का सामना किया था। इस प्रकार, चार मैचों में भारत के पास दो जीत और दो हार हैं।
पॉइंट्स टेबल में भारत की स्थिति
चार अंकों के साथ, भारत पॉइंट्स टेबल में तीसरे स्थान पर है। शीर्ष चार टीमें सेमीफाइनल में पहुंच गई हैं। ऑस्ट्रेलिया चार मैचों में सात अंकों के साथ पहले स्थान पर है, जबकि इंग्लैंड ने तीन मैचों में छह अंक बनाए हैं। दक्षिण अफ्रीका चार अंकों के साथ चौथे स्थान पर है, लेकिन उनका नेट रन रेट भारत से कम है। सेमीफाइनल की दौड़ में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के शीर्ष दो में रहने की संभावना अधिक है। शेष दो स्थानों के लिए भारत, दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड के बीच मुकाबला होने की संभावना है। भारत के लिए इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के खिलाफ बचे हुए मैच बेहद महत्वपूर्ण होंगे।
इंग्लैंड के खिलाफ जीत की आवश्यकता
इंग्लैंड के खिलाफ जीत भारत की स्थिति को मजबूत करेगी। हालांकि, हार होने पर उनकी सेमीफाइनल की उम्मीदें कमजोर हो जाएंगी। बांग्लादेश के खिलाफ जीत लगभग तय मानी जा रही है, लेकिन यह अकेली जीत पर्याप्त नहीं होगी। दक्षिण अफ्रीका ने भारत और न्यूजीलैंड दोनों को हराया है, इसलिए उनका फायदा अधिक है और वे अपने आखिरी मैच से पहले सेमीफाइनल में जगह पक्की कर सकते हैं। न्यूजीलैंड ने दो मैच हारे हैं, लेकिन उनके पास श्रीलंका, पाकिस्तान और भारत के खिलाफ मैच बचे हैं। यदि वे भारत से पहले छह अंक तक पहुंच जाते हैं, तो भारत के लिए यह मुकाबला और भी निर्णायक होगा।
सेमीफाइनल की रेस में बने रहने के लिए जरूरी जीत
भारत को सेमीफाइनल की रेस में बने रहने के लिए बचे हुए तीन मैचों में कम से कम दो जीत की आवश्यकता है। तीन जीत हासिल करने पर उनके 10 अंक हो जाएंगे और सेमीफाइनल में जाने की संभावना काफी बढ़ जाएगी। यदि केवल दो जीत होती हैं, तो भारत की उम्मीदें नेट रन रेट और अन्य टीमों के परिणाम पर निर्भर रहेंगी। हालांकि, भारत की राह कठिन है, लेकिन टीम के पास टैलेंट और मौके अभी भी मौजूद हैं। यदि भारत बचे हुए मैचों में रणनीति के साथ खेलता है, तो सेमीफाइनल की उम्मीदें जीवित रख सकता है।