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ENG vs IND: गौतम गंभीर और बेन स्टोक्स के बीच विवाद ने मचाई हलचल

मैनचेस्टर टेस्ट के दौरान भारतीय बल्लेबाजों की शानदार बल्लेबाजी के साथ-साथ इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स और भारतीय कोच गौतम गंभीर के बीच विवाद ने क्रिकेट प्रेमियों का ध्यान खींचा। जडेजा और सुंदर ने स्टोक्स की ड्रॉ की पेशकश को ठुकराते हुए अपने-अपने शतक बनाए, जिससे स्टोक्स नाराज हो गए। गंभीर ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए स्टोक्स की हरकत पर सवाल उठाए। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी।
 

गौतम गंभीर और बेन स्टोक्स के बीच विवाद

ENG vs IND, गौतम गंभीर: मैनचेस्टर टेस्ट के अंतिम क्षण न केवल भारतीय बल्लेबाजों की बेहतरीन बल्लेबाजी के लिए याद किए जाएंगे, बल्कि इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स और भारतीय कोच गौतम गंभीर के बीच हुए विवाद के लिए भी। रविंद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर ने स्टोक्स की ड्रॉ की पेशकश को ठुकराते हुए अपने-अपने शतक पूरे किए, जिससे स्टोक्स का गुस्सा भड़क गया।


मैच के बाद, स्टोक्स ने जडेजा से हाथ मिलाने से इनकार कर दिया। इस पर गंभीर ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इंग्लिश पत्रकार को करारा जवाब देते हुए स्टोक्स की इस हरकत पर सवाल उठाए। स्टोक्स की यह प्रतिक्रिया इस समय चर्चा का विषय बनी हुई है।


जडेजा और सुंदर ने स्टोक्स की पेशकश ठुकराई

मैनचेस्टर टेस्ट के पांचवे दिन के अंतिम घंटे में भारत ने मुश्किल स्थिति से उबरते हुए बढ़त बना ली थी। जडेजा 89 और सुंदर 85 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे, दोनों अपने शतकों के करीब थे। स्टोक्स ने अंपायरों से बात कर खेल खत्म करने की पेशकश की, लेकिन जडेजा और सुंदर ने इसे ठुकरा दिया। इस निर्णय से स्टोक्स नाराज हो गए और उन्होंने जडेजा के साथ तीखी बातचीत की।


स्टोक्स का गुस्सा और जडेजा से हाथ न मिलाना

जडेजा ने एक शानदार छक्के के साथ अपना पांचवां टेस्ट शतक पूरा किया, जबकि सुंदर ने अपना पहला टेस्ट शतक बनाया। सुंदर के शतक के तुरंत बाद, दोनों टीमों ने ड्रॉ स्वीकार किया और हाथ मिलाए। लेकिन स्टोक्स ने जडेजा से पहले हाथ मिलाने से मना कर दिया, जिससे विवाद और बढ़ गया।


गंभीर ने इंग्लिश रिपोर्टर को लताड़ा

मैच के बाद की प्रेस कॉन्फ्रेंस में गंभीर भड़क उठे। अपने बेबाक अंदाज में उन्होंने कहा, “अगर कोई बल्लेबाज 90 या 85 रन पर है, तो क्या उसे शतक बनाने का हक नहीं है? अगर इंग्लैंड का कोई बल्लेबाज अपने पहले टेस्ट शतक के करीब होता, तो क्या वे मैदान छोड़ देते? यह उनका फैसला है कि वे ऐसा खेलना चाहते हैं। मेरे लिए जडेजा और सुंदर अपने शतक डिजर्व करते थे और उन्होंने इसे हासिल किया।”