Greg Chappell की सलाह: जडेजा को चाहिए था आक्रामक खेल, गिल को बनानी होगी स्पष्ट रणनीति
ग्रेग चैपल की जडेजा की बल्लेबाजी पर राय
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर ग्रेग चैपल ने इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट मैच की अंतिम पारी में रवींद्र जडेजा की बल्लेबाजी की सराहना की है। हालांकि, उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि जडेजा को अंतिम ओवरों में अधिक आक्रामकता दिखानी चाहिए थी, विशेषकर जब वह बुमराह और सिराज जैसे निचले क्रम के बल्लेबाजों के साथ खेल रहे थे।
जडेजा की भूमिका पर चर्चा
चैपल ने कहा कि जडेजा ने बुमराह और सिराज को अच्छी तरह से सुरक्षित रखा, लेकिन केवल एक सिंगल लेकर मैच नहीं जीता जा सकता। उनका मानना है कि भारत को जीतने के लिए जडेजा को जोखिम उठाकर बाउंड्री की ओर बढ़ना चाहिए था। उन्होंने कहा, "जडेजा की पारी अनुशासित थी, लेकिन क्या यह वही पारी थी जो टीम को चाहिए थी?"
कप्तान गिल को स्पष्ट निर्देश देने चाहिए थे
ग्रेग चैपल ने सुझाव दिया कि शुभमन गिल को कप्तान के रूप में जडेजा को स्पष्ट निर्देश देने चाहिए थे कि अब जीत के लिए खेलना है। उन्होंने कहा, "जडेजा अंतिम अनुभवी बल्लेबाज थे। अगर भारत को लक्ष्य तक पहुंचना था, तो जोखिम लेना आवश्यक था। कप्तान की जिम्मेदारी होती है कि वह ड्रेसिंग रूम से स्पष्ट संदेश दे।"
बेन स्टोक्स का उदाहरण
चैपल ने इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स की 2019 लीड्स टेस्ट में की गई पारी का उदाहरण दिया, जिसमें उन्होंने अकेले दम पर टीम को जीत दिलाई थी। उन्होंने कहा, "स्टोक्स ने हालात को समझकर जोखिम लिया और आत्मविश्वास के साथ बल्लेबाजी की। यही सोच एक महान टीम बनाती है।"
जडेजा की पारी का परिणाम
रवींद्र जडेजा ने बुमराह और सिराज के साथ मिलकर लगभग तीन घंटे तक बल्लेबाजी की, जिसमें बुमराह ने 54 गेंदों में 5 रन और सिराज ने 30 गेंदों में 4 रन बनाए। भारत की टीम 193 रनों का लक्ष्य 22 रन से चूक गई।
गिल की कप्तानी पर टिप्पणी
ग्रेग चैपल ने शुभमन गिल की कप्तानी पर भी विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा, "एक कप्तान को न केवल शब्दों से, बल्कि अपने दृष्टिकोण और निर्णयों से भी टीम को दिशा देनी होती है। गिल को यह तय करना होगा कि वह किस प्रकार की टीम बनाना चाहते हैं।"
संवाद में स्पष्टता की आवश्यकता
चैपल ने कहा कि एक महान कप्तान एक उत्कृष्ट संवादकर्ता भी होता है। चाहे वह अभ्यास के दौरान हो या मैदान पर, कप्तान की बातें टीम में विश्वास भरनी चाहिए। गिल को अपनी बल्लेबाजी पर निर्भर नहीं रहना चाहिए, बल्कि टीम के भीतर सही संदेश पहुंचाना सीखना होगा।
बल्लेबाजों को सकारात्मक खेल की प्रेरणा
चैपल ने अंत में कहा कि गिल को टीम के बल्लेबाजों को सकारात्मक क्रिकेट खेलने और बड़ी साझेदारियों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रेरित करना चाहिए। उनका मानना है कि कई बार सेट बल्लेबाज लापरवाह हो जाते हैं, जिससे विकेटों की गिरावट होती है। ऐसे में रन बनाना और लय बनाए रखना बेहद जरूरी है।