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IPL 2025 के समापन के बाद क्रिकेट जगत में शोक की लहर

आईपीएल 2025 का समापन रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए ऐतिहासिक रहा, लेकिन इसके साथ ही क्रिकेट जगत में एक दुखद समाचार भी आया। इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर स्टीव जेम्स की बेटी बेथन जेम्स का निधन महज 21 वर्ष की आयु में हो गया। उनकी मां ने बताया कि सही समय पर उपचार न मिलने के कारण उनकी जान चली गई। जानें इस दुखद घटना के बारे में और अधिक जानकारी।
 

आरसीबी की ऐतिहासिक जीत और दुखद समाचार

IPL: आईपीएल 2025 का समापन रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के लिए एक ऐतिहासिक पल रहा। आरसीबी ने 17 वर्षों के बाद पहली बार ट्रॉफी अपने नाम की। हालांकि, इस खुशी के बीच एक दुखद समाचार भी सामने आया है। आईपीएल के समाप्त होते ही एक स्टार क्रिकेटर की बेटी का निधन महज 21 वर्ष की आयु में हो गया, जिससे क्रिकेट जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।


आरसीबी की जीत का जश्न

17 साल बाद आरसीबी की सफलता

आईपीएल 2025 ने कई मायनों में विशेषता दिखाई। इस सीजन में कई युवा खिलाड़ियों ने अपनी पहचान बनाई और आरसीबी ने अपने लूजर के टैग को हटाते हुए पहली बार आईपीएल खिताब जीता। विराट कोहली की टीम ने पंजाब किंग्स को 6 रन से हराकर यह उपलब्धि हासिल की। रजत पाटीदार की कप्तानी में आरसीबी की किस्मत चमकी।


दुखद समाचार का खुलासा

आईपीएल के बाद आई बुरी खबर

जहां आरसीबी की जीत ने खुशी का माहौल बनाया, वहीं एक दुखद समाचार भी सामने आया। रिपोर्ट्स के अनुसार, इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर की बेटी को यदि सही समय पर उपचार मिलता, तो उसकी जान बचाई जा सकती थी। 21 वर्ष की आयु में उसकी मृत्यु हो गई।

इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ी स्टीव जेम्स की बेटी बेथन जेम्स का निधन 9 फरवरी 2020 को हुआ। पोस्टमार्टम में सेप्सिस, निमोनिया और क्रोहन रोग का संयोजन उसकी मृत्यु का कारण पाया गया।


मां का बयान

मां ने किया बड़ा खुलासा

बेथन जेम्स के निधन की जांच में उनकी मां जेन जेम्स ने दिल दहला देने वाला बयान दिया। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी को कई स्वास्थ्य पेशेवरों ने अनदेखा किया और सही समय पर उपचार न मिलने के कारण उनकी जान चली गई। जेन ने यह भी कहा कि डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ ने उनकी बेटी की स्थिति को नजरअंदाज किया।


अचानक बिगड़ी तबियत

25 जनवरी 2020 को अचानक बिगड़ी तबियत

जेन ने बताया कि बेथन को 25 जनवरी 2020 को अचानक थकान महसूस हुई। वह अपने दोस्त के साथ बाहर जा रही थी, तभी उसे सांस लेने में दिक्कत हुई। दो दिन बाद उन्हें डॉक्टर के पास ले जाना पड़ा। डॉक्टर ने उन्हें लैंडोफ हॉस्पिटल में रेफर किया।