×

IPL 2026 नीलामी: कोलकाता और चेन्नई ने किया बड़ा निवेश, जानें अन्य टीमों की रणनीति

आईपीएल 2026 की नीलामी में कोलकाता नाइट राइडर्स और चेन्नई सुपर किंग्स ने बड़े निवेश किए हैं। इस नीलामी में कुल 77 खिलाड़ियों को खरीदा गया, जिसमें कई घरेलू सितारे भी शामिल हैं। जानें कि अन्य टीमों ने किस प्रकार की रणनीतियाँ अपनाई और कौन से प्रमुख खिलाड़ी खरीदे गए। इस लेख में नीलामी के सभी महत्वपूर्ण पहलुओं पर चर्चा की गई है, जो क्रिकेट प्रेमियों के लिए बेहद रोचक है।
 

आईपीएल 2026 की नीलामी का संक्षिप्त विवरण


नई दिल्ली: मंगलवार को अबू धाबी में आईपीएल 2026 की नीलामी में 77 खिलाड़ियों को विभिन्न टीमों में शामिल किया गया। कुल 10 फ्रेंचाइजी ने मिलकर 215.15 करोड़ रुपये खर्च किए। इस नीलामी में कोलकाता नाइट राइडर्स और चेन्नई सुपर किंग्स ने सबसे अधिक ध्यान आकर्षित किया, जिन्होंने क्रमशः 64.30 करोड़ रुपये और 43.40 करोड़ रुपये का निवेश किया। नीलामी में विदेशी और भारतीय अनकैप्ड खिलाड़ियों का मिश्रण देखने को मिला, जो टीमों की दीर्घकालिक योजनाओं और जोखिम-लाभ विश्लेषण पर आधारित था।


कोलकाता और चेन्नई का प्रभावी प्रदर्शन

केकेआर ने ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर कैमरून ग्रीन को रिकॉर्ड 25.20 करोड़ रुपये में खरीदा और श्रीलंकाई तेज गेंदबाज मथीशा पथिराना के लिए 18 करोड़ रुपये खर्च किए। दूसरी ओर, सीएसके ने अनकैप्ड खिलाड़ियों प्रशांत वीर और कार्तिक शर्मा को 14.20 करोड़ रुपये प्रति खिलाड़ी में खरीदकर एक नया मील का पत्थर स्थापित किया। इस कदम से टीम का भारतीय कोर मजबूत हुआ और रणनीतिक गहराई में सुधार हुआ।


भारतीय खिलाड़ियों की नीलामी में उतार-चढ़ाव

पृथ्वी शॉ और सरफराज खान जैसे घरेलू सितारों को प्रारंभिक दौर में अनसोल्ड रहना पड़ा, लेकिन बाद में उन्हें क्रमशः दिल्ली कैपिटल्स और चेन्नई सुपर किंग्स ने 75 लाख रुपये में खरीदा।


दिल्ली कैपिटल्स की रणनीति

डीसी ने नीलामी में सलामी बल्लेबाज पथुम निस्संका और भारतीय बैकअप पृथ्वी शॉ को साइन किया। मध्यक्रम में डेविड मिलर को किफायती विकल्प के रूप में शामिल किया गया, जबकि औकिब नबी डार पावरप्ले और ऑलराउंड विकल्प में उभरे। गेंदबाजी में मथीशा पथिराना और मुस्तफिजुर रहमान को जोड़ा गया, जबकि लुंगी एनगिडी और काइल जैमीसन को बेस प्राइस पर शामिल किया गया।


आरसीबी की संतुलित नीलामी

आरसीबी ने तेज गेंदबाजी पर ध्यान केंद्रित किया। जैकब डफी और मंगेश यादव को खरीदा गया और वेंकटेश अय्यर को 7 करोड़ रुपये में टीम में वापस लाया गया। भारतीय बल्लेबाजी को मजबूत किया गया, जबकि स्पिन बैकअप में सुधार की आवश्यकता बनी रही।


केकेआर का बड़ा उलटफेर

केकेआर ने विदेशी और भारतीय खिलाड़ियों के बीच संतुलन बनाए रखा। कैमरून ग्रीन, मथीशा पथिराना और मुस्तफिजुर रहमान की खरीद से टीम की ताकत में वृद्धि हुई। कप्तान अजिंक्य रहाणे और विदेशी बल्लेबाज रोवमैन पॉवेल को शामिल कर एक संतुलित इकाई तैयार की गई।


सीएसके का साहसिक कदम

सीएसके ने अनकैप्ड खिलाड़ियों पर भारी निवेश किया। राहुल चाहर, सरफराज खान, एडम मिल्ने और जैक फॉल्क्स को शामिल कर टीम का संतुलन बनाए रखा गया। रणनीति का उद्देश्य भारतीय कोर को मजबूत करना और अनुभव का मिश्रण बनाए रखना रहा।


अन्य टीमों की स्थिति

पीबीकेएस ने बजट को नियंत्रित रखा और टीम की गहराई बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया। राजस्थान रॉयल्स ने भारतीय खिलाड़ियों पर ध्यान केंद्रित किया और स्पिन विकल्प को मजबूत किया। सनराइजर्स हैदराबाद और गुजरात टाइटन्स ने संयमित खरीदारी की, जबकि मुंबई इंडियंस ने सीमित बोलियों में बैकअप खिलाड़ियों पर जोर दिया। लखनऊ सुपर जायंट्स ने भी संतुलित नीलामी की, जहां प्रमुख खरीद जोश इंग्लिस रहे।