ODI क्रिकेट का सबसे शर्मनाक मैच: 13 रन बनाने में लगे 2 घंटे 26 मिनट
ODI क्रिकेट का शर्मनाक प्रदर्शन
ODI क्रिकेट में अनिश्चितताओं का खेल होता है, लेकिन 2008 में आईसीसी महिला विश्व कप क्वालीफायर के दौरान जो हुआ, वह सभी को चौंका देने वाला था। इस मैच में बरमूडा महिला टीम ने वनडे क्रिकेट के इतिहास का सबसे शर्मनाक प्रदर्शन करते हुए केवल 13 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। यह भी हैरान करने वाली बात है कि इस टीम को 13 रन बनाने में पूरे 2 घंटे 26 मिनट लगे। आइए जानते हैं इस शर्मनाक प्रदर्शन के बारे में विस्तार से।
8 बल्लेबाजों ने नहीं खोला खाता
साउथ अफ्रीका की गेंदबाजी के आगे ढेर बरमूडा
साउथ अफ्रीका की गेंदबाजी ने बरमूडा को ध्वस्त किया
इस मैच में साउथ अफ्रीका की गेंदबाजी ने बरमूडा की पूरी टीम को ध्वस्त कर दिया। आंकड़ों के अनुसार, ऑफ स्पिनर सुनेटे लौबसर ने केवल 3 रन देकर 6 विकेट झटके। तेज गेंदबाज एलिसिया स्मिथ और सुसान बेनाडे ने 2-2 विकेट लेकर बरमूडा को पूरी तरह समेट दिया।
बल्लेबाजी में नाकामी, लेकिन 18 ओवर तक जूझती रही टीम
टीम ने हार नहीं मानी
बरमूडा टीम का स्कोर भले ही बेहद कम था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। बल्लेबाज एक-एक गेंद खेलने की कोशिश करती रहीं, जिससे यह शर्मनाक स्कोर 18 ओवर तक खिंच गया। फिर भी, पारी दहाई के आंकड़े को पार नहीं कर सकी।
4 गेंदों में खत्म हुआ मुकाबला
साउथ अफ्रीका ने आसानी से जीत हासिल की
इस वनडे मैच में साउथ अफ्रीका की महिला टीम को जीत के लिए 14 रनों की जरूरत थी। बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने लक्ष्य महज 4 गेंदों में हासिल कर लिया। बरमूडा की गेंदबाज टेरी-लिन पेंटर ने पहले ओवर में 9 वाइड गेंदें और एक नो बॉल फेंकी। साउथ अफ्रीका की ओपनर बल्लेबाजों ने मिलकर 5 रन जोड़कर मुकाबला 10 विकेट से अपने नाम कर लिया।
वनडे इतिहास की सबसे शर्मनाक पारी
क्रिकेट की शर्मनाक घटनाओं में से एक
18 फरवरी 2008 को खेला गया यह मैच वनडे क्रिकेट के इतिहास में दर्ज हो गया। केवल 13 रन पर पूरी टीम का सिमटना और इतने छोटे लक्ष्य को कुछ ही गेंदों में हासिल कर लेना क्रिकेट की सबसे शर्मनाक घटनाओं में से एक माना जाता है। हालांकि, बाद में साउथ अफ्रीका की महिला टीम ने क्वालीफायर का खिताब भी जीता।