अनाया बांगर: क्रिकेट में ट्रांसजेंडर खिलाड़ियों के लिए नए नियमों की चुनौती
अनाया बांगर की यात्रा
आर्यन बांगर, जो पहले भारत के पूर्व क्रिकेटर संजय बांगर के बेटे के रूप में जाने जाते थे, ने हाल ही में अपने जीवन की एक नई दिशा अपनाई है और अब वे अनाया बांगर के नाम से जाने जाते हैं। अनाया अब एक प्रसिद्ध ट्रांस वुमन हैं, जो सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं और मॉडलिंग तथा क्रिकेट में अपनी पहचान बना रही हैं। हालांकि, यह सवाल उठता है कि क्या वे भारतीय महिला क्रिकेट टीम में खेल सकेंगी।अनाया ने अपने प्रारंभिक दिनों में क्लब स्तर पर क्रिकेट खेला है और उनका खेल के प्रति जुनून आज भी बरकरार है। वे अपने इंस्टाग्राम पर खुद को "क्रिकेटर और मॉडल" के रूप में प्रस्तुत करती हैं और उनके फॉलोअर्स की संख्या लाखों में है। लेकिन, अनाया की क्रिकेट में वापसी की इच्छा को एक बड़ी बाधा का सामना करना पड़ रहा है, जो कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) की नई नीतियों से संबंधित है।
ICC की नई नीतियाँ
डेनियल मैकगेही, जो 2024 के महिला टी20 विश्व कप क्वालीफायर में कनाडा की टीम का हिस्सा बनीं, पहली ट्रांस महिला क्रिकेटर हैं जिन्होंने किसी राष्ट्रीय महिला टीम का प्रतिनिधित्व किया। इस ऐतिहासिक घटना के बाद, ICC ने नवंबर 2023 में अपने नियमों में महत्वपूर्ण बदलाव किए। नई नीति के अनुसार, ऐसे व्यक्तियों को महिला क्रिकेट में खेलने की अनुमति नहीं दी जाएगी, जो कभी पुरुष जैविक यौवन से गुजर चुके हैं, भले ही उन्होंने लिंग परिवर्तन की सर्जरी या हार्मोनल उपचार कराया हो।
इस नीति के लागू होने के बाद, यह स्पष्ट हो गया है कि अनाया बांगर भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए खेलने की योग्य नहीं होंगी। भले ही उन्होंने अपनी पहचान को नया रूप दिया हो, लेकिन खेल की दुनिया में नियम व्यक्तिगत कहानियों से ऊपर रखे जाते हैं। ICC का कहना है कि यह निर्णय प्रतियोगिता की निष्पक्षता और जैविक लाभों की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।