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अर्जुन तेंदुलकर का विजय हजारे ट्रॉफी में निराशाजनक प्रदर्शन

अर्जुन तेंदुलकर ने विजय हजारे ट्रॉफी में मुंबई के खिलाफ अपने पहले मैच में निराशाजनक प्रदर्शन किया। गेंदबाजी में उन्होंने 8 ओवर में 78 रन दिए और बल्लेबाजी में भी केवल 24 रन बना सके। जानें इस युवा ऑलराउंडर के प्रदर्शन के बारे में और क्या उन्हें इस फॉर्मेट में सुधार की आवश्यकता है।
 

नई दिल्ली में गोवा और मुंबई का मुकाबला


नई दिल्ली: विजय हजारे ट्रॉफी 2025-26 के एक दिलचस्प मैच में गोवा और मुंबई की टीमें आमने-सामने आईं। इस मैच में सभी की निगाहें क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर पर थीं।


अर्जुन का पहला मुकाबला मुंबई के खिलाफ

अर्जुन अब गोवा की टीम का हिस्सा हैं और यह उनका पहला अवसर था जब उन्होंने 50 ओवर के इस टूर्नामेंट में अपनी पुरानी टीम मुंबई के खिलाफ खेला। हालांकि, इस मैच में उनका प्रदर्शन अपेक्षाकृत खराब रहा और मुंबई के बल्लेबाजों ने उन पर भारी पड़ गए।


गेंदबाजी में अर्जुन का खराब स्पेल

अर्जुन के लिए यह मैच काफी निराशाजनक साबित हुआ। मुंबई के बल्लेबाजों ने उनकी गेंदों पर जमकर रन बनाए। उन्होंने 8 ओवर फेंके और बिना विकेट लिए 78 रन दिए।


उनकी इकॉनमी रेट लगभग 9.75 रही, जो किसी गेंदबाज के लिए बहुत महंगी मानी जाती है। पहले स्पेल में उन्होंने 4 ओवर में 28 रन लुटाए।


जायसवाल और सरफराज ने किया हमला

इस दौरान यशस्वी जायसवाल ने उनकी गेंदबाजी का बखूबी सामना किया। जब अर्जुन ने दूसरे स्पेल में वापसी की, तो मुशीर खान और सरफराज खान ने उनकी गेंदों पर बड़े शॉट्स लगाए।


सरफराज ने 75 गेंदों में 157 रन की शानदार पारी खेली, जिसमें 14 छक्के शामिल थे। मुंबई ने गोवा को 445 रनों का विशाल लक्ष्य दिया।


बल्लेबाजी में भी अर्जुन का जादू नहीं चला

गेंदबाजी के बाद अर्जुन से बल्ले से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद थी। उन्होंने ओपनिंग की और शुरुआत में कुछ अच्छे शॉट्स लगाए। उन्होंने 27 गेंदों में 24 रन बनाए, जिसमें 5 चौके शामिल थे, लेकिन शार्दुल ठाकुर की गेंद पर आउट हो गए। गोवा की टीम बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए संघर्ष करती नजर आई।


टूर्नामेंट में अर्जुन का प्रदर्शन

विजय हजारे ट्रॉफी में अर्जुन का प्रदर्शन अब तक उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा है। कई मैचों में वे विकेट नहीं ले पाए हैं और बल्लेबाजी में भी बड़ा स्कोर नहीं बना सके।


हालांकि, वे एक युवा ऑलराउंडर हैं और इस फॉर्मेट में उन्हें और समय चाहिए। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उनका प्रदर्शन बेहतर रहा था, लेकिन 50 ओवर के मैचों में सुधार की आवश्यकता है।