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आईपीएल 2026 में चेन्नई सुपर किंग्स ने युवा खिलाड़ियों पर किया बड़ा दांव

आईपीएल 2026 के मिनी ऑक्शन में चेन्नई सुपर किंग्स ने युवा खिलाड़ियों पर बड़ा दांव लगाया है। प्रशांत वीर और कार्तिक शर्मा को 14.20 करोड़ में खरीदा गया, जिससे उन्होंने आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे अनकैप्ड खिलाड़ियों का खिताब हासिल किया। इस बार सीएसके ने अनुभवी खिलाड़ियों की बजाय युवा प्रतिभाओं पर ध्यान केंद्रित किया है, जो उनके लिए एक नया दृष्टिकोण है। जानें कैसे चेन्नई ने इस बार अपनी रणनीति में बदलाव किया और युवा खिलाड़ियों को मौका दिया।
 

आईपीएल 2026 का मिनी ऑक्शन संपन्न


नई दिल्ली: आईपीएल 2026 का मिनी ऑक्शन समाप्त हो चुका है, और सभी टीमों के फाइनल स्क्वॉड की घोषणा हो गई है। इस बार के ऑक्शन में ऑस्ट्रेलिया के स्टार ऑलराउंडर कैमरून ग्रीन सबसे महंगे खिलाड़ी रहे, जबकि कुछ अनकैप्ड खिलाड़ियों पर भी ऊंची बोली लगी है।


चेन्नई सुपर किंग्स का यू-टर्न

इस बार चेन्नई सुपर किंग्स ने अपने इतिहास में एक बड़ा बदलाव किया है। पहले अनुभवी खिलाड़ियों पर दांव लगाने वाली टीम ने अब युवा खिलाड़ियों पर पैसे खर्च किए हैं।


प्रशांत वीर और कार्तिक शर्मा पर बड़ा दांव

उत्तर प्रदेश के अमेठी से आने वाले युवा ऑलराउंडर प्रशांत वीर के लिए चेन्नई ने 14.20 करोड़ रुपए की बोली लगाई, जिससे वह आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे अनकैप्ड खिलाड़ी बन गए।


वहीं, विकेटकीपर बल्लेबाज कार्तिक शर्मा के लिए भी सीएसके ने लगातार बोली लगाई और उन्हें भी 14.20 करोड़ में अपनी टीम में शामिल किया। इस रणनीति ने सभी को चौंका दिया क्योंकि यह पहली बार था जब सीएसके ने इतनी बड़ी बोली लगाई।


अनुभवी खिलाड़ियों पर भरोसा

सीएसके ने पहले युवा खिलाड़ियों को नजरअंदाज करते हुए अनुभवी खिलाड़ियों पर भरोसा किया था। हालांकि, पिछले दो सीज़न में इस दृष्टिकोण में बदलाव आया है। 2018 में चेन्नई ने शेन वॉटसन और अंबाती रायुडु जैसे खिलाड़ियों को शामिल किया था, जिससे टीम चैंपियन बनी थी।


इसमें रॉबिन उथप्पा और अजिंक्य रहाणे जैसे अनुभवी खिलाड़ियों का भी नाम शामिल है। रहाणे को 2023 में मात्र 50 लाख में खरीदा गया था और उन्होंने उस सीज़न में 170 से अधिक की स्ट्राइक रेट से रन बनाए थे।


ऋतुराज गायकवाड़ का सफर

चेन्नई के कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ को आईपीएल 2019 में खरीदा गया था, लेकिन उन्हें पहले मुकाबले में खेलने का मौका नहीं मिला। 2020 में उन्होंने आधे सीज़न के बाद डेब्यू किया। उस साल चेन्नई का प्रदर्शन भी खराब रहा था।


जब धोनी से युवा खिलाड़ियों को मौका देने की बात की गई, तो उन्होंने कहा कि उनमें स्पार्क की कमी है। लेकिन बाद में गायकवाड़ को मौका मिला और वह चेन्नई के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज बन गए।


आईपीएल 2025 से मिली सीख

आईपीएल 2025 ने चेन्नई को एक महत्वपूर्ण सबक सिखाया, जिसके बाद उन्होंने युवा खिलाड़ियों पर दांव लगाना शुरू किया। उस सीज़न में आयुष म्हात्रे और उर्विल पटेल जैसे खिलाड़ियों को शामिल किया गया, जिन्होंने शानदार प्रदर्शन किया।


इसके बाद दक्षिण अफ्रीका के डेवाल्ड ब्रेविस को भी इंजरी रिप्लेसमेंट के रूप में शामिल किया गया, जिन्होंने अपनी बल्लेबाजी से सभी को प्रभावित किया। अब चेन्नई ने इसी से सीख लेते हुए युवा खिलाड़ियों को मौका देने का निर्णय लिया है।