आकाश दीप की शानदार पारी ने इंग्लैंड के खिलाफ भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया
भारत के नाइटवॉचमैन आकाश दीप का कमाल
Eng vs Ind 5th Test: ओवल में चल रहे पांचवें टेस्ट के तीसरे दिन, भारत के नाइटवॉचमैन आकाश दीप ने 66 रनों की बेहतरीन पारी खेलकर सभी को चौंका दिया। उन्होंने यशस्वी जायसवाल के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 100 से अधिक रनों की साझेदारी की, जिसने इंग्लैंड के गेंदबाजों को पूरी तरह से दबाव में डाल दिया। यह साझेदारी न केवल भारत को मैच में मजबूती प्रदान करती है, बल्कि यह इस सीरीज में 18वीं शतकीय साझेदारी भी बन गई है, जो इस सदी की किसी भी टेस्ट सीरीज में सबसे अधिक है। यह उपलब्धि 2003-04 की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में दर्ज 17 शतकीय साझेदारियों को पीछे छोड़ देती है।
आकाश दीप ने 94 गेंदों में 66 रन बनाए, जिसमें उन्होंने संयम और आक्रामकता का बेहतरीन मिश्रण प्रस्तुत किया। उनकी पारी 43वें ओवर में जेमी ओवरटन की गेंद पर समाप्त हुई, लेकिन तब तक उन्होंने भारत के लिए एक मजबूत आधार तैयार कर लिया था। उनकी इस पारी ने इंग्लैंड के आक्रामक गेंदबाजी आक्रमण को न केवल रोका, बल्कि 2011 में ओवल में अमित मिश्रा की 84 रनों की पारी के बाद टेस्ट में 50 से अधिक रन बनाने वाले पहले भारतीय नाइटवॉचमैन के रूप में उन्हें इतिहास में दर्ज कर दिया।
कोच गंभीर का उत्साहवर्धन
आकाश दीप ने जब 70 गेंदों पर अपनी फिफ्टी पूरी की, तो ड्रेसिंग रूम का माहौल पूरी तरह से बदल गया। कोच गौतम गंभीर ने मुस्कुराते हुए युवा खिलाड़ी का उत्साह बढ़ाया।
आकाश दीप की बल्लेबाजी का जलवा
आकाश दीप की यह पारी इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसने उन्हें इंग्लैंड में टेस्ट अर्धशतकों के मामले में कई दिग्गज भारतीय खिलाड़ियों से आगे कर दिया। कोच गौतम गंभीर भी इस पर खुश हैं। उनका नाम अब शिखर धवन (14 पारियों में 0), रविचंद्रन अश्विन (14 पारियों में 0) और गौतम गंभीर (10 पारियों में 0) से ज्यादा दर्ज हो गया है।
भारत की स्थिति मजबूत
आकाश दीप और यशस्वी जायसवाल की साझेदारी ने सुबह के सत्र में भारत की पारी को पूरी तरह से नियंत्रण में ला दिया। इस साझेदारी ने न केवल इंग्लैंड के गेंदबाजों को परेशान किया, बल्कि भारत को एक ऐसी स्थिति में पहुंचा दिया, जहां से वे मैच पर अपनी पकड़ मजबूत कर सकते हैं। आकाश दीप की इस पारी ने न केवल उनकी बल्लेबाजी क्षमता को उजागर किया, बल्कि यह भी दिखाया कि एक नाइटवॉचमैन किस तरह से खेल का रुख बदल सकता है।