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आयुष्मान योजना के तहत सरकारी अस्पताल में सर्जिकल सप्ताह की शुरुआत

आयुष्मान योजना के तहत जींद के नागरिक अस्पताल में सर्जिकल सप्ताह की शुरुआत की गई है, जिसमें 17 से 22 नवंबर तक विभिन्न प्रकार के ऑपरेशनों का आयोजन किया जाएगा। पहले दिन नौ मरीजों का चयन किया गया है, और अस्पताल में पांच ऑपरेशन थिएटर लगातार कार्यरत रहेंगे। यह पहल सरकारी अस्पतालों में ऑपरेशन करवाने पर जोर देती है, जिससे अधिक से अधिक मरीजों को लाभ मिल सके।
 

सरकारी अस्पताल में सर्जिकल सप्ताह का आयोजन



  • सरकार ने निजी अस्पतालों में कई ऑपरेशन पर रोक लगाई है

  • आयुष्मान योजना के तहत सर्जिकल सप्ताह 22 नवंबर तक चलेगा: पीएमओ


जींद। आयुष्मान योजना के अंतर्गत केंद्र सरकार ने निजी अस्पतालों में विभिन्न प्रकार के ऑपरेशनों पर रोक लगा दी है। इसके परिणामस्वरूप, सोमवार से जिला मुख्यालय के नागरिक अस्पताल में आयुष्मान सर्जिकल सप्ताह का आयोजन किया गया। पहले दिन नौ सर्जिकल ऑपरेशनों के लिए मरीजों का चयन किया गया, जबकि अन्य छोटे ऑपरेशनों के लिए चिकित्सक तैयार रहे।


ऑपरेशन थिएटर के बाहर मरीजों के परिजनों की बड़ी संख्या देखी गई, जो ऑपरेशन के लिए मरीजों की फिटनेस की देखभाल कर रहे थे। अब सरकारी अस्पतालों में ऑपरेशन करवाने पर जोर दिया जा रहा है। इस सर्जिकल सप्ताह के लिए अस्पताल में पांच ऑपरेशन थिएटर तैयार किए गए हैं।


सर्जिकल ऑपरेशनों के लिए चयनित मरीज

पहले दिन, नौ मरीजों का सर्जिकल ऑपरेशन के लिए चयन किया गया। सर्जरी से संबंधित चिकित्सक पूरे छह दिन तक ओपीडी से ऑपरेशन थिएटर में उपस्थित रहेंगे। अस्पताल में घुटने और कुल्हे के बदलने की प्रक्रियाएं भी की जाएंगी। ऑपरेशन के लिए चिकित्सकों का रोस्टर भी तैयार किया गया है।


17 से 22 नवंबर तक, नागरिक अस्पताल में विभिन्न प्रकार के ऑपरेशनों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें पित्त की थैली, हड्डियों के ऑपरेशन, मोतियाबिंद, बच्चेदानी के ऑपरेशन, हार्निया, अपेंडिक्स, टॉसिल, कान के पर्दे का ऑपरेशन, गले और जीभ की गांठ का ऑपरेशन, और अंडकोष में पानी भरने के ऑपरेशन शामिल हैं।


एक सप्ताह तक चलने वाले ऑपरेशन

इसके अलावा, कई अन्य प्रकार के ऑपरेशन भी किए जाएंगे। मरीजों के लिए अलग-अलग ऑपरेशन थिएटर बनाए गए हैं। यह पहली बार है जब नागरिक अस्पताल में सभी पांच ऑपरेशन थिएटर लगातार छह दिन तक कार्यरत रहेंगे।


पीएमओ डॉ. रघुवीर पूनिया ने बताया कि पहले दिन नौ मरीजों का सर्जिकल ऑपरेशन के लिए चयन किया गया है। इसके अलावा, अन्य मरीजों का भी चयन किया गया है। अस्पताल अधिकतम मरीजों के ऑपरेशन करवाने के लिए प्रतिबद्ध है।