इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के बाद नए हेड कोच की नियुक्ति, गांगुली के प्रतिद्वंद्वी को मिली जिम्मेदारी
नए हेड कोच की घोषणा
हेड कोच: भारत और इंग्लैंड (IND vs ENG) के बीच हाल ही में संपन्न पांच मैचों की टेस्ट सीरीज ने क्रिकेट प्रेमियों को रोमांचित किया। इस सीरीज का अंतिम ओवल मैच विशेष रूप से यादगार रहा, जहां भारत ने शानदार जीत हासिल की। शुभमन गिल (Shubman Gill) और कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने उन आलोचकों को करारा जवाब दिया, जिन्होंने उनकी कप्तानी और कोचिंग पर सवाल उठाए थे। गिल ने अपनी युवा टीम के साथ इंग्लिश टीम को ध्वस्त कर दिया।
इसी बीच, टीम के नए हेड कोच (Head Coach) की नियुक्ति की घोषणा की गई है। बोर्ड ने सौरव गांगुली के प्रतिद्वंद्वी को इस पद के लिए चुना है, जो कि एक चौंकाने वाला निर्णय है। आइए जानते हैं इस खबर के पीछे की पूरी कहानी।
सीरीज के ड्रॉ होते ही नए हेड कोच की घोषणा
हाल ही में भारत और इंग्लैंड (IND vs ENG) के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का आयोजन हुआ, जिसमें दोनों टीमें 2-2 की बराबरी पर रहीं। इसी दौरान, बोर्ड ने एक नए हेड कोच (Head Coach) की नियुक्ति की घोषणा की, जो प्रशंसकों के लिए एक आश्चर्यजनक निर्णय था। यह ध्यान देने योग्य है कि यह हेड कोच भारत की मुख्य टीम के लिए नहीं, बल्कि बंगाल की अंडर-23 टीम के लिए नियुक्त किया गया है। पूर्व भारतीय खिलाड़ी रिद्धिमान साहा (Wriddhiman Saha) को इस पद के लिए चुना गया है, और उन्होंने अपना कार्यभार भी संभाल लिया है। सोमवार को ईडन गार्डन्स में उनका पहला प्रशिक्षण सत्र तीन घंटे तक चला।
इसके अलावा, साहा को सौरव गांगुली का प्रतिद्वंद्वी माना जाता है। हालांकि, उनके बीच कोई सार्वजनिक विवाद नहीं है, लेकिन कहा जाता है कि उनके विचारों में कई मतभेद हैं। साहा ने एक बार गांगुली को कुछ बातें भी कही थीं।
इंस्टाग्राम पर साझा की जानकारी
पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्धिमान साहा ने इंस्टाग्राम पर इस नई जिम्मेदारी की जानकारी साझा की। उन्होंने कहा कि वह अपने करियर के नए अध्याय की शुरुआत कर रहे हैं और बंगाल अंडर-23 का मुख्य कोच होना उनके लिए गर्व की बात है। साहा के साथ कोचिंग टीम में उत्पल चटर्जी और देबब्रत दास भी शामिल हैं।
साहा का क्रिकेट करियर
पूर्व दांए हाथ के विकेटकीपर बल्लेबाज को भारतीय टीम में ज्यादा खेलने का अवसर नहीं मिला है। उन्होंने भारत के लिए कुल 49 मैच खेले हैं, जिनमें 40 टेस्ट और 9 वनडे शामिल हैं। टेस्ट मैचों में उन्होंने 29.41 की औसत से 1353 रन बनाए, जिसमें 3 शतक और 6 अर्धशतक शामिल हैं। वहीं, वनडे में उन्होंने 5 पारियों में केवल 41 रन बनाए हैं। इसके अलावा, वह घरेलू टीम बंगाल का भी हिस्सा रह चुके हैं।