ईशान किशन की रणजी में 273 रनों की ऐतिहासिक पारी
ईशान किशन का धमाकेदार प्रदर्शन
ईशान किशन: जब भी भारतीय क्रिकेट में आक्रामकता और आत्मविश्वास की बात होगी, तो उनकी रणजी ट्रॉफी में दिल्ली के खिलाफ खेली गई 273 रनों की पारी का जिक्र जरूर होगा। झारखंड के इस युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज ने न केवल अपनी टीम को संकट से उबारा, बल्कि यह भी साबित किया कि वह भविष्य के सितारे बनने के लिए तैयार हैं।
छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए ईशान ने किया कमाल
टीम दबाव में थी और दिल्ली का पलड़ा भारी लग रहा था। लेकिन 18 वर्षीय ईशान किशन ने जैसे ही क्रीज पर कदम रखा, खेल का रुख बदल दिया। उन्होंने आक्रामकता से दिल्ली के गेंदबाजों को निशाना बनाना शुरू किया। ईशान ने ईशांक जग्गी और कौशल सिंह के साथ महत्वपूर्ण साझेदारियाँ करते हुए पारी को संभाला।
ईशान किशन का खेल अद्भुत था
ईशान किशन का खेल देखने लायक था—फ्लुएंट ड्राइव्स, बैकफुट पंच, और दमदार पुल शॉट्स। दिल्ली के गेंदबाज, जिनमें एक युवा ऋषभ पंत भी शामिल थे, पूरी तरह से लाचार नजर आए। दिन के अंत तक ईशान ने 162 रन नाबाद बनाकर झारखंड को 359/6 तक पहुंचा दिया। लेकिन असली तूफान अगले दिन आया। दूसरे दिन, किशन ने वहीं से शुरुआत की जहां उन्होंने छोड़ा था।
उन्होंने हर गेंदबाज को निशाना बनाया, पूरे मैदान में शॉट्स की बौछार की। उनकी आक्रामकता में संतुलन था, जिसमें परिपक्वता भी शामिल थी। अंततः उन्होंने 273 रन बनाकर आउट हुए। यह पारी झारखंड के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट में सबसे बड़ी व्यक्तिगत पारी बन गई। किशन के इस ऐतिहासिक प्रदर्शन की बदौलत झारखंड ने 493 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया।
मुकाबला ड्रॉ रहा
हालांकि मुकाबला अंततः ड्रॉ रहा, लेकिन इस मैच की सबसे बड़ी कहानी बनी ईशान किशन की ऐतिहासिक पारी। ऋषभ पंत ने दिल्ली की ओर से दोनों पारियों में शतक लगाए, लेकिन किशन की 273 रनों की बेमिसाल पारी ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा। यह पारी न केवल किशन की बल्लेबाजी प्रतिभा को उजागर करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि वह सिर्फ एक T20 स्पेशलिस्ट नहीं, बल्कि लंबे फॉर्मेट में भी कमाल कर सकते हैं।
इसके बाद ईशान ने इंडिया के लिए सभी फॉर्मेट्स में डेब्यू किया और 2023 में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट मैच खेलकर अपने लाल गेंद करियर की शुरुआत की। हाल ही में उन्होंने नॉटिंघमशायर के लिए भी काउंटी क्रिकेट में हिस्सा लिया, लेकिन उनका वह रणजी ट्रॉफी का दिन आज भी सबसे यादगार माना जाता है—जहां उन्होंने 273 रनों की पारी खेलकर गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा दीं।