ऋषभ पंत की चुलबुली बातें और कोच का प्रभाव
भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर की खासियत
IND vs ENG: भारतीय क्रिकेट टीम के प्रमुख विकेटकीपर ऋषभ पंत अपनी चुलबुली और बातूनी शैली के लिए प्रसिद्ध हैं। स्टंप माइक पर उनकी मजेदार टिप्पणियाँ और साथी खिलाड़ियों के साथ हल्की-फुल्की बातचीत हमेशा दर्शकों का मनोरंजन करती हैं। लॉर्ड्स में चल रहे तीसरे टेस्ट मैच के दौरान, पंत ने अपनी इस आदत का श्रेय अपने दिवंगत कोच तारक सिन्हा को दिया।
कोच तारक सिन्हा का योगदान
कोच तारक सिन्हा का प्रभाव
पंत ने तीसरे टेस्ट से पहले आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि उनके कोच तारक सिन्हा ने उन्हें सिखाया था कि खुद से बात करते रहना चाहिए। यह आदत उन्हें बचपन से ही मदद कर रही है और मैदान पर उनकी एकाग्रता को बढ़ाने में सहायक है। 27 वर्षीय पंत, जो हाल ही में विंबलडन में अपनी उपस्थिति के लिए चर्चा में रहे, ने इस आदत को खेल में ध्यान केंद्रित करने का एक महत्वपूर्ण तरीका बताया।
शुभमन गिल की कप्तानी में टीम का प्रदर्शन
शुभमन गिल की कप्तानी और लॉर्ड्स की तैयारी
दूसरे टेस्ट में जसप्रीत बुमराह को आराम दिए जाने के बावजूद, भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया। युवा तेज गेंदबाज आकाश दीप ने एजबेस्टन में बेहतरीन खेल दिखाया, जहां उन्होंने पहली पारी में चार और दूसरी पारी में छह विकेट लेकर भारत को 336 रनों से शानदार जीत दिलाई। पंत ने कप्तान शुभमन गिल की तारीफ करते हुए कहा कि मैदान के बाहर अच्छा तालमेल होने से ऑन-फील्ड संवाद में सुधार होता है।
गिल की कप्तानी में नई शुरुआत
रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद, शुभमन गिल पहली बार टेस्ट कप्तानी कर रहे हैं। पंत ने गिल के साथ अपनी मजबूत साझेदारी और संवाद की सराहना की। लॉर्ड्स टेस्ट के लिए बुमराह की वापसी और पंत की मजेदार टिप्पणियाँ भारतीय टीम को और मजबूती प्रदान करेंगी।