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एडन मार्क्रम की ऐतिहासिक पारी से साउथ अफ्रीका ने जीती WTC फाइनल 2025

वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025 के फाइनल में एडन मार्क्रम की 136 रनों की पारी ने साउथ अफ्रीका को ऐतिहासिक जीत दिलाई। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन ने इसे साउथ अफ्रीकी बल्लेबाजों की सर्वश्रेष्ठ पारी बताया। जानें इस अद्वितीय पारी के बारे में और मार्क्रम के अनुभव के बारे में।
 

WTC फाइनल 2025 में साउथ अफ्रीका की जीत

WTC Final 2025: वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में साउथ अफ्रीका की ऐतिहासिक जीत के पीछे एडन मार्क्रम की शानदार पारी ने सभी का ध्यान खींचा। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन ने इस पारी को लेकर एक महत्वपूर्ण टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि मार्क्रम की 136 रनों की पारी टेस्ट क्रिकेट में साउथ अफ्रीकी बल्लेबाजों की सर्वश्रेष्ठ पारी हो सकती है। आज, 15 जून 2025 को, यह बयान क्रिकेट प्रेमियों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है. 


एडन मार्क्रम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 207 गेंदों में 136 रन बनाए, जिसमें 14 चौके शामिल थे। उनकी यह पारी साउथ अफ्रीका को 5 विकेट से जीत दिलाने में महत्वपूर्ण साबित हुई, जिससे टीम ने पहली बार आईसीसी ट्रॉफी जीती। इस शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब भी मिला। कप्तान तेंबा बवुमा के साथ उनकी साझेदारी ने टीम को मुश्किल स्थिति से बाहर निकाला।


केविन पीटरसन की मार्क्रम की तारीफ

केविन पीटरसन ने की एडन मार्क्रम की तारीफ


मैच के बाद ब्रॉडकास्टर्स से बातचीत में केविन पीटरसन ने कहा, "यह संभवतः साउथ अफ्रीकी बल्लेबाज की टेस्ट क्रिकेट में खेली गई सर्वश्रेष्ठ पारी है। यह सबसे आक्रामक या मनोरंजक पारी नहीं हो सकती, लेकिन अगर आप साउथ अफ्रीका के टेस्ट इतिहास को देखें तो यह अद्वितीय है।"


उन्होंने आगे कहा, "लेकिन अगर आप अपेक्षा, मंच और दबाव को ध्यान में रखें, खासकर पहली पारी में असफल होने के बाद, तो यह असाधारण पारी थी। जब आपका देश आप पर भरोसा करता है और आपको प्रदर्शन करना होता है, तो वह दबाव बहुत बड़ा होता है।"


मार्क्रम की सफलता का रहस्य

मार्क्रम ने अपनी पारी के बारे में कहा कि यह उनके लिए एक अजीब लेकिन खास पल था। पहली पारी में वे शून्य पर आउट हुए थे, लेकिन दूसरी पारी में उन्हें किस्मत का साथ मिला। उन्होंने कहा, "चीजें अजीब तरीके से होती हैं। पहली पारी में शून्य पर आउट हुआ, लेकिन अंत में किस्मत मेरे साथ थी और यह सफलता मिली। लॉर्ड्स वह जगह है, जहां हर टेस्ट खिलाड़ी खेलना चाहता है। वहां साउथ अफ्रीकी फैंस की मौजूदगी ने इसे खास दिन बना दिया।"