एडिलेड में ऑस्ट्रेलिया की ऐतिहासिक जीत: इंग्लैंड को 82 रन से हराकर एशेज पर कब्जा
ऑस्ट्रेलिया ने एशेज सीरीज में बनाई अजेय बढ़त
नई दिल्ली: एडिलेड में आयोजित तीसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 82 रन से हराकर एशेज सीरीज अपने नाम कर ली है। इस जीत के साथ, ऑस्ट्रेलिया ने पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला में 3-0 की अजेय बढ़त बना ली है। यह जीत इंग्लैंड की उम्मीदों को तोड़ते हुए महज 11 दिनों में हासिल की गई।
तीसरे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की शानदार जीत
एडिलेड टेस्ट सीरीज का सबसे लंबा मुकाबला साबित हुआ, जो पांचवें दिन तक चला। ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली और दूसरी पारी में मजबूत बल्लेबाजी का प्रदर्शन करते हुए इंग्लैंड के सामने 435 रनों का विशाल लक्ष्य रखा। इंग्लैंड की टीम ने लक्ष्य का पीछा करते हुए संघर्ष किया, लेकिन पूरी टीम 352 रन पर सिमट गई। इस प्रकार, ऑस्ट्रेलिया ने 82 रन से जीत हासिल की और एशेज ट्रॉफी को बरकरार रखा।
एलेक्स कैरी बने जीत के नायक
एडिलेड टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया की जीत के सबसे बड़े नायक विकेटकीपर बल्लेबाज एलेक्स कैरी रहे। उन्होंने 178 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली, जिसने मैच की दिशा बदल दी। इसके अलावा, उन्होंने विकेट के पीछे 6 कैच भी लपके। कैरी का प्रदर्शन बल्लेबाजी और फील्डिंग दोनों में इंग्लैंड पर भारी पड़ा, जिसके चलते उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब मिला।
11 दिनों में इंग्लैंड की एशेज से विदाई
ऑस्ट्रेलिया ने इस श्रृंखला में शुरुआत से ही इंग्लैंड पर दबदबा बना लिया था। पर्थ में खेला गया पहला टेस्ट केवल दो दिन में समाप्त हुआ, जहां ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 8 विकेट से हराया। इसके बाद, ब्रिसबेन में खेले गए दूसरे टेस्ट में भी ऑस्ट्रेलिया ने चार दिन में जीत दर्ज की। इन दोनों तेज जीतों के बाद, एडिलेड टेस्ट में मिली सफलता ने कुल मिलाकर 11 दिनों में एशेज का फैसला कर दिया।
एशेज पर ऑस्ट्रेलिया का लगातार दबदबा
ऑस्ट्रेलिया का यह लगातार पांचवां एशेज खिताब है, जो उसके प्रभुत्व को स्पष्ट रूप से दर्शाता है। उसने 2017-18 में एशेज जीती थी, इसके बाद 2019 में ट्रॉफी को बरकरार रखा। फिर 2021-22, 2023 और अब 2025-26 में भी ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को पीछे छोड़ते हुए एशेज पर कब्जा जमाए रखा। पिछले सात वर्षों से इंग्लैंड एशेज जीतने में असफल रहा है, जो उसकी चुनौतियों और ऑस्ट्रेलिया की मजबूत टीम संरचना को दर्शाता है।
इंग्लैंड के लिए आगे की राह कठिन
सीरीज में 0-3 से पिछड़ चुकी इंग्लैंड टीम के लिए अब बाकी बचे टेस्ट केवल सम्मान बचाने का अवसर हैं। गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों विभागों में निरंतरता की कमी इंग्लैंड के लिए भारी पड़ी है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने हर मैच में संतुलित प्रदर्शन कर यह साबित किया कि वह एशेज की सबसे मजबूत दावेदार टीम है।
क्रिकेट इतिहास में एक और अध्याय
एडिलेड में मिली इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने न केवल एशेज बरकरार रखी, बल्कि यह भी दिखा दिया कि घरेलू हालात में उसे हराना कितना कठिन है। आने वाले मैचों में ऑस्ट्रेलिया का आत्मविश्वास चरम पर रहेगा, जबकि इंग्लैंड के लिए आत्ममंथन का समय शुरू हो चुका है।