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एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ खेलने की चार मजबूरियां

टीम इंडिया एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ खेलने के लिए मजबूर है। जानें चार प्रमुख कारण, जिनकी वजह से बीसीसीआई ने इस मैच को खेलने का निर्णय लिया है। क्या ये कारण देश की भावनाओं और क्रिकेट की राजनीति से जुड़े हैं? इस लेख में हम इन कारणों का विश्लेषण करेंगे और समझेंगे कि क्यों यह मैच इतना महत्वपूर्ण है।
 

टीम इंडिया की मजबूरियां

टीम इंडिया: भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच हमेशा से ही चर्चा का विषय रहे हैं। जब भी ये दोनों टीमें आमने-सामने होती हैं, तो न केवल एशिया, बल्कि पूरी दुनिया की नजरें इस पर होती हैं। लेकिन इस बार स्थिति कुछ अलग है। अप्रैल 2025 में पाकिस्तान से आए आतंकियों ने कश्मीर के पहलगाम में 26 निर्दोष लोगों की हत्या कर दी थी। इसके बाद देशभर में यह मांग उठने लगी कि टीम इंडिया को पाकिस्तान का बायकॉट करना चाहिए।


हालांकि, बीसीसीआई का दृष्टिकोण इससे भिन्न है। बोर्ड चाहता है कि टीम इंडिया एशिया कप 2025 में भाग ले और पाकिस्तान के खिलाफ खेले। सूत्रों के अनुसार, बीसीसीआई के अधिकारियों ने बताया कि चार प्रमुख कारण हैं जिनकी वजह से टीम इंडिया इस टूर्नामेंट में पाकिस्तान से मुकाबला कर रही है। आइए जानते हैं वे चार कारण।


1. पाकिस्तान को फ्री पॉइंट्स क्यों दिए जाएं


बीसीसीआई के अधिकारियों का कहना है कि यदि टीम इंडिया पाकिस्तान का बायकॉट करती है, तो पाकिस्तान को वॉकओवर मिलेगा। इसका मतलब है कि टीम इंडिया के न खेलने पर पाकिस्तान को फ्री पॉइंट्स मिल जाएंगे। ऐसे में पाकिस्तान इन पॉइंट्स के आधार पर फाइनल तक पहुंच सकता है और खिताब भी जीत सकता है।


इसलिए, बीसीसीआई के अधिकारियों का मानना है कि देश की भावनाओं का सम्मान करना आवश्यक है, लेकिन बिना खेले पाकिस्तान को जीतने देना सही रणनीति नहीं होगी।


2. एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) में भारत का दबदबा कमजोर हो सकता है


भारत हमेशा से एशियन क्रिकेट काउंसिल में एक मजबूत स्थिति में रहा है। बड़े टूर्नामेंट्स की मेज़बानी और निर्णय अक्सर भारत के पक्ष में होते हैं। बीसीसीआई का मानना है कि यदि टीम इंडिया पाकिस्तान का बायकॉट करती है, तो टूर्नामेंट की चमक कम हो जाएगी और इससे ACC की कमाई पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।


इसके अलावा, पाकिस्तान अन्य एशियाई देशों को भारत के खिलाफ लामबंद करने की कोशिश कर सकता है, जिससे भारत का क्रिकेटीय दबदबा कमजोर हो सकता है।


3. ICC की राजनीति में Team India की ताकत घट सकती है


बीसीसीआई की ताकत केवल भारत की आर्थिक स्थिति पर निर्भर नहीं करती, बल्कि एशियाई देशों की एकजुटता पर भी निर्भर करती है। जब भी ICC में किसी महत्वपूर्ण मुद्दे पर वोटिंग होती है, एशियाई देश अक्सर भारत के पक्ष में खड़े होते हैं। यदि भारत पाकिस्तान का बायकॉट करता है, तो यह एशियाई ब्लॉक की एकजुटता को तोड़ देगा और टीम इंडिया की स्थिति कमजोर हो सकती है।


4. ब्रॉडकास्टर्स की नाराजगी


बीसीसीआई के अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि एशिया कप के प्रसारण अधिकार 2024 में 170 मिलियन डॉलर में बिक चुके हैं। इसकी मुख्य वजह भारत-पाकिस्तान मैचों की लोकप्रियता है। इन मुकाबलों के विज्ञापन स्लॉट हर 10 सेकंड में 25-30 लाख रुपये में बिकते हैं, जबकि अन्य मैचों में यह कीमत आधी से भी कम होती है।


यदि टीम इंडिया पाकिस्तान से नहीं खेलती, तो ब्रॉडकास्टर्स को भारी नुकसान होगा और भविष्य में बीसीसीआई की विश्वसनीयता भी प्रभावित हो सकती है।


नतीजा


स्पष्ट है कि टीम इंडिया केवल क्रिकेट खेलने के लिए नहीं उतर रही, बल्कि इसके पीछे कई मजबूरियां हैं। पाकिस्तान को फ्री पॉइंट्स न देना, ACC और ICC में भारत की स्थिति बनाए रखना और ब्रॉडकास्टर्स को नुकसान से बचाना बीसीसीआई के लिए महत्वपूर्ण कारण हैं। हालांकि, अंतिम निर्णय हमेशा सरकार के हाथ में होता है। यदि सरकार निर्देश देती है कि पाकिस्तान से नहीं खेलना है, तो बीसीसीआई को उस पर अमल करना होगा।