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एशेज 2025: पर्थ में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच रोमांचक मुकाबला

एशेज 2025 की शुरुआत पर्थ में हो चुकी है, जहां ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की टीमें आमने-सामने हैं। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने दो 31 वर्षीय खिलाड़ियों को डेब्यू दिया है, जो 79 साल बाद एक साथ खेल रहे हैं। जेक वेदराल्ड और ब्रेंडन डॉगेट की कहानी इस टेस्ट को और भी खास बनाती है। जानें इस रोमांचक मुकाबले की सभी खास बातें और खिलाड़ियों की उपलब्धियों के बारे में।
 

पर्थ में एशेज 2025 का आगाज


पर्थ: दुनिया की सबसे पुरानी और रोमांचक क्रिकेट श्रृंखला एशेज 2025 की शुरुआत हो चुकी है, जिसमें ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड आमने-सामने हैं। पहला टेस्ट मैच पर्थ स्टेडियम में खेला जा रहा है। इंग्लैंड की टीम पिछले कुछ वर्षों से ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट श्रृंखला जीतने में असफल रही है।


इस बार इंग्लैंड का पूरा ध्यान एशेज पर कब्जा जमाने पर है। दूसरी ओर, मेज़बान ऑस्ट्रेलिया अपने नियमित कप्तान पैट कमिंस और अनुभवी तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड के बिना मैदान पर उतरी है, जो चोट के कारण बाहर हैं।


79 साल बाद दो 30+ खिलाड़ियों का एक साथ डेब्यू

इस मैच की एक विशेषता यह है कि ऑस्ट्रेलिया ने एक साथ दो 31 वर्षीय खिलाड़ियों को टेस्ट कैप दी है। सलामी बल्लेबाज जेक वेदराल्ड और तेज गेंदबाज ब्रेंडन डॉगेट, दोनों इस साल 31 साल के हुए हैं।


ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में 1946 के बाद यह पहला अवसर है जब एक ही मैच में दो 30 साल से ऊपर के खिलाड़ी डेब्यू कर रहे हैं। यह एक अनोखा रिकॉर्ड है, जो 79 साल बाद बना है। 2019 के बाद यह पहला मौका है जब ऑस्ट्रेलिया ने किसी टेस्ट में दो नए खिलाड़ियों को उतारा है।


जेक वेदराल्ड को देर से मिला मौका

बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज जेक वेदराल्ड साउथ ऑस्ट्रेलिया के लिए घरेलू क्रिकेट खेलते हैं। उन्होंने 77 फर्स्ट क्लास मैचों में 13 शतकों की मदद से 5300 से अधिक रन बनाए हैं। लंबे समय तक शानदार प्रदर्शन के बावजूद, उन्हें इतनी उम्र में पहला टेस्ट खेलने का मौका मिला है। पर्थ की तेज पिच पर वह उस्मान ख्वाजा के साथ पारी की शुरुआत कर रहे हैं।


ब्रेंडन डॉगेट चौथे इंडिजिनस टेस्ट क्रिकेटर

तेज गेंदबाज ब्रेंडन डॉगेट का डेब्यू भी कई मायनों में महत्वपूर्ण है। वह ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट खेलने वाले केवल चौथे इंडिजिनस (मूल निवासी) क्रिकेटर बन गए हैं। उनके साथ टीम में स्कॉट बोलैंड भी इंडिजिनस खिलाड़ी हैं। इस प्रकार, एक ही टेस्ट में दो इंडिजिनस तेज गेंदबाज खेल रहे हैं, जो अपने आप में ऐतिहासिक है।


31 वर्षीय डॉगेट ने 50 फर्स्ट क्लास मैचों में 190 से अधिक विकेट लिए हैं। हाल ही में वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया और तस्मानिया के खिलाफ घरेलू मैचों में उन्होंने 5-5 विकेट चटकाए थे। पर्थ की उछाल भरी पिच पर उनकी स्विंग और गति इंग्लैंड के बल्लेबाजों के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकती है।