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एशेज सीरीज में ऑस्ट्रेलिया की जीत, लेकिन क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को हुआ बड़ा आर्थिक नुकसान

पर्थ में एशेज सीरीज के पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को हराकर शानदार जीत हासिल की। हालांकि, इस जीत के पीछे क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया को भारी आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ा है। टिकट बिक्री में कमी और खाली स्टेडियम के कारण CA को करोड़ों का नुकसान हुआ है। जानिए इस मैच के दौरान क्या हुआ और कैसे इंग्लैंड की आक्रामक रणनीति ने उल्टा असर डाला।
 

पर्थ में एशेज सीरीज का रोमांच


पर्थ: एशेज सीरीज हमेशा से क्रिकेट के सबसे रोमांचक मुकाबलों में से एक मानी जाती है। 2025-26 की इस सीरीज की शुरुआत ऑस्ट्रेलिया के पर्थ में हुई, जहां मेज़बान टीम ने इंग्लैंड को केवल दो दिनों में हराकर जीत हासिल की।


ऑस्ट्रेलिया की जीत के पीछे की कड़वी सच्चाई

हालांकि, इस शानदार जीत के पीछे एक गंभीर आर्थिक समस्या छिपी हुई है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) को इस मैच के चलते भारी वित्तीय नुकसान उठाना पड़ा है। जीत तो मिली, लेकिन आर्थिक हानि इतनी बड़ी है कि सवाल उठने लगे हैं।


पर्थ टेस्ट का संक्षिप्त विवरण

पर्थ में एशेज के पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड की टीमें आमने-सामने थीं। इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में केवल 172 रन बनाए। इसके जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम भी 132 रनों पर सिमट गई।


इंग्लैंड ने दूसरी पारी में 164 रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 205 रनों का लक्ष्य दिया। इसके बाद ट्रेविस हेड ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 69 गेंदों में शतक जड़ दिया। उन्होंने 123 रनों की पारी खेलकर ऑस्ट्रेलिया को 8 विकेट से जीत दिलाई।


आर्थिक नुकसान का कारण

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे बड़ा झटका टिकट बिक्री से आया। पर्थ स्टेडियम में तीसरे और चौथे दिन के लिए हजारों टिकट बिक चुके थे। अनुमान है कि यह नुकसान ऑस्ट्रेलियाई डॉलर में 3 मिलियन से अधिक है, जो भारतीय रुपये में लगभग 17.35 करोड़ के बराबर है।


इस नुकसान का मुख्य कारण टिकटों के रिफंड और खाली स्टेडियम से होने वाली आय की कमी है। सीए को न केवल टिकटों का पैसा लौटाना पड़ा, बल्कि ब्रॉडकास्टिंग और स्पॉन्सरशिप डील्स पर भी इसका असर पड़ा। एबीसी स्पोर्ट के अनुसार, यह स्थिति क्रिकेट की लोकप्रियता के बावजूद आर्थिक चुनौतियों का सामना करवा रही है।


बैजबॉल रणनीति का उल्टा असर

इंग्लैंड की आक्रामक 'बेजबॉल' रणनीति इस बार उलटी पड़ गई। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि मैच लंबा चलता, तो दर्शकों की संख्या और बढ़ सकती थी। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया की तेज गति ने सब कुछ बदल दिया। कुछ लोग मजाक में कह रहे हैं कि इंग्लैंड ने अनजाने में ऑस्ट्रेलिया की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा दिया।