×

कोलकाता नाइट राइडर्स ने शेन वॉटसन को सहायक कोच नियुक्त किया

कोलकाता नाइट राइडर्स ने आईपीएल 2026 से पहले शेन वॉटसन को सहायक कोच के रूप में नियुक्त किया है। यह कदम टीम को चैंपियन बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। वॉटसन, जो पहले दिल्ली कैपिटल्स में सहायक कोच रह चुके हैं, अब मुख्य कोच अभिषेक नायर के साथ मिलकर टीम की रणनीति तैयार करेंगे। जानें वॉटसन के करियर और टीम में अन्य बदलावों के बारे में।
 

कोलकाता नाइट राइडर्स का नया कदम


नई दिल्ली: आईपीएल 2026 से पहले कोलकाता नाइट राइडर्स ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। सीजन की शुरुआत से पहले, फ्रेंचाइजी ने अपने कोचिंग स्टाफ में एक नए सदस्य को शामिल किया है और उन्हें जिम्मेदारी सौंपी है।


टीम ने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ऑलराउंडर शेन वॉटसन को सहायक कोच बनाने का निर्णय लिया है। यह कदम टीम को फिर से चैंपियन बनाने की दिशा में एक मजबूत पहल हो सकता है। 


शेन वॉटसन की नई भूमिका

एक रिपोर्ट के अनुसार, शेन वॉटसन अब KKR के सहायक कोच के रूप में कार्य करेंगे। वे मुख्य कोच अभिषेक नायर के साथ मिलकर टीम की रणनीति तैयार करेंगे। अभिषेक नायर को हाल ही में तीन बार की चैंपियन टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया गया है। 


वॉटसन IPL में कोचिंग के क्षेत्र में तीन साल बाद वापसी कर रहे हैं। इससे पहले, वे दिल्ली कैपिटल्स में रिकी पोंटिंग के साथ सहायक कोच के रूप में कार्यरत थे। अब, वे कोलकाता को चैंपियन बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले हैं।


शेन वॉटसन का करियर

44 वर्षीय वॉटसन ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 59 टेस्ट, 190 वनडे और 58 टी20 मैच खेले हैं। वे एक अनुभवी खिलाड़ी हैं और अब अपने अनुभव को KKR के युवा खिलाड़ियों के साथ साझा करेंगे।


IPL में वॉटसन का शानदार इतिहास

वॉटसन IPL के एक प्रमुख खिलाड़ी रहे हैं। उन्होंने 12 सीजन खेले हैं, जिसमें पहला सीजन भी शामिल है। 2008 में, उन्होंने राजस्थान रॉयल्स को पहला IPL खिताब दिलाया और उस सीजन में सबसे मूल्यवान खिलाड़ी (MVP) बने। इसके बाद, 2013 में भी उन्होंने MVP का खिताब जीता।


टीम में अन्य बदलाव

KKR में ड्वेन ब्रावो मेंटर के रूप में बने रहेंगे। ब्रावो, जो वेस्टइंडीज के पूर्व ऑलराउंडर हैं, टीम को अपनी सलाह देते रहेंगे। मुख्य कोच, सहायक कोच और मेंटर का यह मजबूत त्रिकोण टीम को मजबूती प्रदान करेगा।


KKR ने तीन बार IPL का खिताब जीता है, लेकिन 2025 सीजन में उनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा था और वे टॉप-4 में भी नहीं पहुंच सके थे। ऐसे में वॉटसन पर जिम्मेदारी होगी कि वे टीम को प्लेऑफ में और चैंपियन बनाएं।