×

क्या बुमराह को आराम देना टीम इंडिया के लिए भारी पड़ेगा?

भारत और इंग्लैंड के बीच चल रहे दूसरे टेस्ट में जसप्रीत बुमराह को आराम देने का निर्णय टीम इंडिया के लिए भारी पड़ सकता है। पहले टेस्ट में बुमराह की अनुपस्थिति से टीम को हार का सामना करना पड़ा था। अब, युवा पेस अटैक पर दबाव है, और सवाल यह है कि बुमराह के बिना विकेट कौन दिलाएगा। क्या यह निर्णय टीम की सीरीज में वापसी को प्रभावित करेगा? जानें इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर।
 

जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति

जसप्रीत बुमराह: भारत और इंग्लैंड के बीच चल रहे दूसरे टेस्ट मैच में एजबेस्टन में टॉस इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने जीता है, और उन्होंने भारतीय टीम को पहले बल्लेबाजी करने का आमंत्रण दिया है। बुमराह को प्लेइंग 11 में शामिल नहीं किया गया है। कप्तान शुभमन गिल ने बताया कि बुमराह के वर्कलोड को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। हालांकि, बुमराह का न होना टीम इंडिया के लिए दूसरे टेस्ट में एक बड़ा नुकसान साबित हो सकता है। आइए जानते हैं क्यों।


टीम इंडिया पहले से ही 0-1 से पीछे

पांच मैचों की श्रृंखला में भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही है। पहले टेस्ट में, बुमराह के होते हुए भी टीम को 5 विकेट से हार का सामना करना पड़ा। बुमराह ही एकमात्र ऐसे गेंदबाज थे, जो लय में नजर आए। उनके बिना, टीम का पेस अटैक कमजोर दिख रहा है। अगर भारतीय टीम को इस टेस्ट में भी हार का सामना करना पड़ा, तो सीरीज में वापसी करना कठिन होगा। प्रसिद्ध कृष्णा और सिराज पहले टेस्ट में प्रभावी नहीं रहे थे। बुमराह की जगह आकाशदीप को मौका दिया गया है, जिन्होंने केवल 7 टेस्ट खेले हैं।


युवा पेस अटैक पर दबाव

बुमराह की अनुपस्थिति से टीम इंडिया के पेस अटैक में अनुभव की कमी साफ नजर आ रही है। आकाशदीप ने अब तक केवल 7 टेस्ट खेले हैं, जबकि प्रसिद्ध कृष्णा ने महज 4 टेस्ट खेले हैं। सिराज ही एकमात्र अनुभवी गेंदबाज हैं, जिन्होंने 37 टेस्ट खेले हैं। यदि सिराज लय में नहीं हैं और प्रसिद्ध को पहले टेस्ट में इंग्लिश बल्लेबाजों ने निशाना बनाया, तो यह युवा तिकड़ी दबाव में बिखर सकती है।


कौन दिलाएगा विकेट?

जसप्रीत बुमराह वह गेंदबाज हैं, जो हमेशा टीम को महत्वपूर्ण मौकों पर विकेट दिलाते हैं। अब सवाल यह है कि उनकी अनुपस्थिति में एजबेस्टन में यह जिम्मेदारी कौन उठाएगा। पहले टेस्ट में इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने कई अच्छी साझेदारियां की थीं, जिससे उन्होंने चौथी पारी में 371 रनों का लक्ष्य आसानी से हासिल कर लिया। यदि एजबेस्टन में भी यही स्थिति बनी, तो टीम इंडिया मुश्किल में पड़ सकती है।