गंभीर युग में मोहम्मद शमी का करियर हुआ बर्बाद, कोहली के समय में थी इज्जत
टीम इंडिया का एशिया कप 2025 के लिए ऐलान
विराट कोहली: एशिया कप 2025 के लिए भारतीय टीम की घोषणा हो चुकी है। इस बार सूर्यकुमार यादव को कप्तान बनाया गया है, जबकि शुभमन गिल को उपकप्तान की जिम्मेदारी दी गई है। गेंदबाजी आक्रमण का नेतृत्व जसप्रीत बुमराह करेंगे, जिनका नाम भी टीम में शामिल है। पहले यह कहा जा रहा था कि बुमराह को टीम में नहीं रखा जाएगा, लेकिन अब उनकी वापसी हो गई है। उनके साथ अर्शदीप सिंह और हर्षित राणा भी शामिल हैं।
गंभीर युग में मोहम्मद शमी का करियर
इस लेख में हम एक ऐसे तेज गेंदबाज की चर्चा करेंगे, जो पिछले डेढ़ साल पहले तक भारत की सभी फॉर्मेट की टीम में शामिल थे। खासकर जब विराट कोहली कप्तान थे, तब उनका रुतबा काफी ऊँचा था। लेकिन अब जब से गौतम गंभीर कोच बने हैं, शमी का करियर पूरी तरह से प्रभावित हुआ है और वह अब हर फॉर्मेट की टीम से बाहर हो चुके हैं।
गंभीर युग में मोहम्मद शमी का करियर खत्म
2023 के वनडे विश्व कप के फाइनल में मोहम्मद शमी चोटिल थे, फिर भी उन्होंने पूरे विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन किया। इसके बाद वह लगभग डेढ़ साल तक चोट से जूझते रहे। शमी को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भी टीम में जगह नहीं मिली थी। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में उनकी वापसी हुई, लेकिन उसके बाद से उन्हें लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है।
गौतम गंभीर की टीम में शमी की अनुपस्थिति
भारतीय टीम के प्रमुख तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी फिलहाल हर फॉर्मेट की टीम से बाहर हैं। इंग्लैंड में कई गेंदबाज चोटिल हुए, लेकिन गौतम गंभीर या टीम प्रबंधन ने शमी को टीम में शामिल करने पर जोर नहीं दिया। एशिया कप में अर्शदीप सिंह और हर्षित राणा को जगह मिली है, लेकिन शमी को फिर से नजरअंदाज किया गया है।
कोहली युग में शमी की अहमियत
जब विराट कोहली भारतीय टीम के कप्तान थे, तब मोहम्मद शमी को गेंदबाजी आक्रमण का नेता माना जाता था। उनका प्रदर्शन हमेशा शानदार रहता था। कोहली की कप्तानी में शमी हर फॉर्मेट में खेलते थे, लेकिन अब गौतम गंभीर के युग में उनकी इज्जत कम हो गई है।
मोहम्मद शमी का अंतरराष्ट्रीय करियर
मोहम्मद शमी ने अब तक 64 टेस्ट, 108 वनडे और 25 T20 मैच खेले हैं। इस दौरान उन्होंने 64 टेस्ट में 229, 108 वनडे में 206 और 25 T20 में 27 विकेट लिए हैं। अब ऐसा लगता है कि उनका करियर समाप्ति की ओर बढ़ रहा है।