ग्रेटर नोएडा में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर का विकास
यमुना प्राधिकरण में नया इलेक्ट्रॉनिक्स क्लस्टर
ग्रेटर नोएडा समाचार: यमुना प्राधिकरण (YEIDA) क्षेत्र में इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर (ईएमसी-2) के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण अपडेट सामने आया है। केंद्र सरकार की स्वीकृति के बाद, अब इस क्लस्टर के आंतरिक विकास के लिए एक कंपनी का चयन किया गया है। यह कंपनी इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट और कंस्ट्रक्शन (ईपीसी) मोड में कार्य करेगी, और क्षेत्र में आवश्यक आधारभूत ढांचे जैसे सड़कें, सीवर, जल आपूर्ति और ड्रेनेज का निर्माण करेगी।
206 एकड़ में विकसित हो रहा है क्लस्टर
ईएमसी-2 का विकास यमुना प्राधिकरण के क्षेत्र में 206 एकड़ भूमि पर किया जाएगा। इस क्लस्टर का निर्माण प्रसिद्ध इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी हैवेल्स इंडिया द्वारा किया जा रहा है। केंद्र सरकार से इस परियोजना को आगे बढ़ाने की अनुमति पहले ही मिल चुकी है। हैवेल्स के अलावा, इस क्लस्टर में शामिल होने के लिए पांच अन्य प्रमुख कंपनियां भी तैयार हैं, जिससे क्षेत्र में निवेश और रोजगार में वृद्धि होगी।
मेक इन इंडिया को मिलेगा बल
ईएमसी-2 का विकास मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत अभियान को भी मजबूती प्रदान करेगा। इससे ग्रेटर नोएडा देशभर के निवेशकों के लिए एक आकर्षक स्थान बन जाएगा। भविष्य में यहां और अधिक निवेश की संभावना है।
योजना पर ओएसडी की टिप्पणी
यमुना प्राधिकरण के ओएसडी शैलेंद्र भाटिया ने कहा कि इस परियोजना के माध्यम से न केवल इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि हजारों युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। उन्होंने बताया कि ईएमसी-2 की स्थापना उत्तर प्रदेश को एक नया औद्योगिक और तकनीकी आयाम प्रदान करेगी।