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जम्मू-कश्मीर ने दिल्ली को हराकर रणजी ट्रॉफी में बनाई नई इतिहास

जम्मू-कश्मीर क्रिकेट टीम ने रणजी ट्रॉफी में दिल्ली को 7 विकेट से हराकर एक ऐतिहासिक जीत हासिल की है। यह पहली बार है जब जम्मू-कश्मीर ने दिल्ली जैसी मजबूत टीम को हराया है। इस मैच में कामरान इकबाल ने नाबाद 133 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई। जानें इस रोमांचक मुकाबले के बारे में और कैसे जम्मू-कश्मीर ने अपनी गेंदबाजी और बल्लेबाजी से दिल्ली को मात दी।
 

जम्मू-कश्मीर की ऐतिहासिक जीत


नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर की क्रिकेट टीम ने रणजी ट्रॉफी के एक रोमांचक मैच में दिल्ली को 7 विकेट से हराकर अपने नाम एक नया अध्याय लिखा है। यह टूर्नामेंट, जो 1934 से चल रहा है, घरेलू क्रिकेट का सबसे पुराना आयोजन है।


इस जीत के साथ जम्मू-कश्मीर ने पहली बार दिल्ली जैसी मजबूत टीम को हराया है, जो न केवल टीम के आत्मविश्वास को बढ़ाता है, बल्कि क्षेत्र के क्रिकेट प्रेमियों में भी खुशी की लहर दौड़ाता है।


मैच का रोमांचक रन चेज

दिल्ली ने अपने घरेलू मैदान पर जम्मू-कश्मीर को जीत के लिए 179 रनों का लक्ष्य दिया। जम्मू-कश्मीर ने इसे केवल 3 विकेट खोकर हासिल कर लिया। इस सफल रन चेज में कामरान इकबाल का योगदान सबसे महत्वपूर्ण रहा, जिन्होंने नाबाद 133 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई। उनकी पारी ने मैच का रोमांच बढ़ा दिया।


पहली पारी में गेंदबाजों का जलवा

मैच की शुरुआत दिल्ली की बल्लेबाजी से हुई, जिसमें उन्होंने पहली पारी में 211 रन बनाए। लेकिन जम्मू-कश्मीर के गेंदबाजों ने उन्हें बड़ा स्कोर बनाने से रोक दिया। आकिब नबी ने शानदार गेंदबाजी करते हुए केवल 35 रन देकर 5 विकेट लिए, जिससे टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचने में मदद मिली।


कप्तान का शतक और टीम का मजबूत स्कोर

दिल्ली के 211 रनों के जवाब में जम्मू-कश्मीर ने पहली पारी में 310 रन बनाए। कप्तान पारस डोगरा ने 106 रन बनाकर टीम को एक मजबूत आधार दिया, जिससे जम्मू-कश्मीर को पहली पारी में अच्छी बढ़त मिली।


दूसरी पारी में दिल्ली का संघर्ष

दूसरी पारी में दिल्ली ने थोड़ा सुधार करते हुए 277 रन बनाए, लेकिन 300 का आंकड़ा पार नहीं कर सके। जम्मू-कश्मीर के युवा गेंदबाज वंशज शर्मा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 6 विकेट लिए। उन्होंने पूरे मैच में कुल 8 विकेट चटकाए, जिसमें पहली पारी के 2 विकेट भी शामिल हैं।


प्लेयर ऑफ द मैच और टीम का योगदान

आकिब नबी को उनकी बेहतरीन गेंदबाजी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया, लेकिन यह जीत पूरी टीम के प्रयास का परिणाम थी। कप्तान पारस डोगरा, कामरान इकबाल और वंशज शर्मा ने अपनी-अपनी भूमिका को बखूबी निभाया।