जम्मू-कश्मीर में क्रिकेट लीग का सपना चूर, खिलाड़ी फंसे
आईएचपीएल का अचानक अंत
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर को क्रिकेट का नया केंद्र बनाने का सपना देखने वाली इंडियन हेवन प्रीमियर लीग (आईएचपीएल) केवल एक सप्ताह में समाप्त हो गई। यह टी20 लीग कश्मीरी युवाओं में प्रतिभा खोजने और खेल पर्यटन को बढ़ावा देने के वादों के साथ शुरू हुई थी, लेकिन अब यह घोटाले का शिकार हो गई है। आयोजकों के अचानक गायब होने के कारण पूर्व अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर्स जैसे क्रिस गेल, जेसी राइडर और थिसारा परेरा होटल के बिल न चुकाने के कारण फंस गए हैं।
होटल स्टाफ ने उन्हें बाहर जाने से रोक दिया, जिससे विदेशी अंपायरों को अपने दूतावासों से सहायता मांगनी पड़ी। 25 अक्टूबर को बख्शी स्टेडियम में भव्य उद्घाटन के साथ शुरू हुई इस लीग में आठ टीमें शामिल थीं: श्रीनगर सुल्तांस, जम्मू लायंस, लद्दाख हीरोज, पुलवामा टाइटंस, पटनीटॉप वॉरियर्स, किश्तवाड़ जायंट्स, उरी पैंथर्स और गुलमर्ग रॉयल्स। इस आयोजन का संचालन मोहाली की युवा सोसाइटी ने किया था। पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरिंदर खन्ना को मेंटर बनाया गया था, जिन्होंने इसे 'कश्मीर की युवा पीढ़ी के लिए सुनहरा अवसर' बताया था। लीग में 32 पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों की भागीदारी का दावा किया गया था, जिनमें क्रिस गेल, मार्टिन गुप्टिल, शाकिब अल हसन और मोइन अली जैसे नाम शामिल थे।
शहर में होर्डिंग्स लगाए गए, टिकटों की बिक्री हुई और प्रशासन ने सुरक्षा और सुविधाएं प्रदान कीं। कमिश्नर अंशुल गर्ग ने तैयारियों की समीक्षा की और 25-30 हजार दर्शकों की उम्मीद जताई। लेकिन वास्तविकता कुछ और ही थी। गेल के मैचों को छोड़कर स्टेडियम में दर्शक नहीं आए। स्पॉन्सर पीछे हट गए, और आयोजकों के पास पैसे खत्म हो गए। पहले दिन खिलाड़ियों के लिए यूनिफॉर्म भी नहीं थी, जो स्थानीय बाजार से खरीदी गई थी। खिलाड़ियों के साथ कोई लिखित अनुबंध नहीं हुआ था।
खिलाड़ियों की मुश्किलें
खिलाड़ी बंधक, होटल में हंगामा
शनिवार को मैच रद्द कर दिए गए। खिलाड़ियों ने बकाया भुगतान न मिलने के कारण मैदान पर उतरने से इनकार कर दिया। आयोजक परमिंदर सिंह, तेज गोबिंद सिंह और मनप्रीत सिंह रात में श्रीनगर से भाग गए। रेडिसन कलेक्शन और द रेजिडेंसी जैसे होटलों में ठहरे 70 से अधिक खिलाड़ी और स्टाफ फंस गए। होटल मालिकों ने बिल चुकाने तक उन्हें बाहर नहीं जाने दिया। इंग्लिश अंपायर मेलिसा जूनिपर ने ब्रिटिश दूतावास से संपर्क किया। एक स्थानीय खिलाड़ी ने कहा, 'हमें गेल के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करने का मौका मिला, लेकिन पैसे जीरो थे।'