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डी. गुकेश ने मैग्नस कार्लसन को हराकर ग्रैंड शतरंज टूर्नामेंट में बनाई बढ़त

विश्व चैंपियन डी. गुकेश ने क्रोएशिया के ज़ाग्रेब में ग्रैंड शतरंज टूर्नामेंट में मैग्नस कार्लसन को हराकर अपनी स्थिति को मजबूत किया है। यह गुकेश की कार्लसन पर दूसरी जीत है, जिसने उन्हें 10 अंकों की बढ़त दिलाई। कार्लसन ने मैच से पहले गुकेश का मजाक उड़ाया था, लेकिन गुकेश ने अपने खेल से उन्हें करारा जवाब दिया। जानें इस मैच के बारे में और गैरी कास्परोव की प्रतिक्रिया।
 

डी. गुकेश की शानदार जीत

डी. गुकेश ने मैग्नस कार्लसन को हराया: विश्व चैंपियन डी. गुकेश ने क्रोएशिया के ज़ाग्रेब में चल रहे ग्रैंड शतरंज टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए जीत हासिल की। उन्होंने 3 जुलाई को छठे राउंड में नॉर्वे के मैग्नस कार्लसन को हराकर महत्वपूर्ण जीत दर्ज की। यह गुकेश की कार्लसन पर लगातार दूसरी जीत है। पहले दिन, गुकेश ने तीन में से दो मैच जीतकर अपनी स्थिति मजबूत की और चौथे तथा पांचवें राउंड में उज्बेकिस्तान के नोडिरबेक अब्दुसत्तोरोव और अमेरिकी ग्रैंडमास्टर फैबियानो कारूआना को हराया। कार्लसन पर जीत के साथ गुकेश ने 10 अंकों की बढ़त बना ली है। कार्लसन की हार उनके घमंड का परिणाम है, क्योंकि उन्होंने मैच से पहले गुकेश का मजाक उड़ाया था। गुकेश ने अपने खेल से इसका करारा जवाब दिया।


कार्लसन की टिप्पणी

कार्लसन ने कही थी ये बात

दुनिया के नंबर-1 खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन ने मैच से एक दिन पहले गुकेश का मजाक उड़ाते हुए कहा था कि वह इस मैच को किसी 'कमजोर खिलाड़ी' के खिलाफ खेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि गुकेश ने पिछले बार यहां अच्छा खेला था, लेकिन यह साबित होना बाकी है कि वह इस प्रारूप में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक है।


गैरी कास्परोव की प्रतिक्रिया

गैरी कास्परोव ने साधा निशाना

गुकेश और कार्लसन के बीच यह पहला मैच था, जो 3 जुलाई को रैपिड फॉर्मेट में खेला गया। अगले दो मैच ब्लिट्ज फॉर्मेट में होंगे। पूर्व विश्व चैंपियन गैरी कास्परोव ने कार्लसन की हार पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यह एक विशेष दिन है, और अब हम कार्लसन की सर्वोच्चता पर सवाल उठा सकते हैं। यह केवल दूसरी हार नहीं है, बल्कि एक बड़ी हार है।


गुकेश की दूसरी जीत

कार्लसन पर दूसरी जीत

डी. गुकेश की मैग्नस कार्लसन पर यह दूसरी जीत है। पिछले महीने, उन्होंने नॉर्वे शतरंज टूर्नामेंट में कार्लसन को उनके ही घर में हराया था। यह दूसरा मौका है जब किसी भारतीय खिलाड़ी ने क्लासिकल फॉर्मेट में कार्लसन को हराया है। इससे पहले आर. प्रज्ञानंद ने भी कार्लसन को हराया था।