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तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी: क्रिकेट के भगवान ने पटौदी ट्रॉफी को बनाए रखने की अपील की

भारतीय क्रिकेट के महान कप्तान मंसूर अली खान पटौदी के नाम पर आधारित ट्रॉफी को लेकर सचिन तेंदुलकर ने बीसीसीआई और ईसीबी से अपील की है कि इसे पटौदी ट्रॉफी ही रहने दिया जाए। इस सीरीज का पहला मैच 20 जून को इंग्लैंड में खेला जाएगा। जानें इस ट्रॉफी के नाम में बदलाव और तेंदुलकर की भूमिका के बारे में।
 

तेंदुलकर की अपील से पटौदी ट्रॉफी का नाम नहीं बदलेगा

IND vs ENG: भारतीय क्रिकेट के महान कप्तान मंसूर अली खान पटौदी के नाम पर 2007 में भारत-इंग्लैंड के बीच खेली जाने वाली सीरीज को पटौदी ट्रॉफी कहा जाता था। बीसीसीआई और ईसीबी इस ट्रॉफी के नाम में बदलाव पर विचार कर रहे थे, लेकिन अब इसे तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी का नाम देने की योजना बनाई जा रही थी। इस बीच, क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर ने सैफ अली खान के पिता के सम्मान में एक दिल को छू लेने वाली बात कही है।


सचिन तेंदुलकर ने फिर जीता फैंस का दिल


भारतीय टीम 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए इंग्लैंड पहुंच चुकी है। सीरीज का पहला मैच 20 जून को हेडिंग्ले में खेला जाएगा। बीसीसीआई और ईसीबी अब इस सीरीज को तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी का नाम देना चाहती हैं। हालाँकि, नई रिपोर्टों के अनुसार, ट्रॉफी का नाम नहीं बदलेगा और इसे पटौदी ट्रॉफी ही कहा जाएगा। सचिन तेंदुलकर ने खुद बीसीसीआई और ईसीबी से इस नाम को बनाए रखने की अपील की थी। क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार, सचिन तेंदुलकर इस नाम में बदलाव से खुश नहीं हैं। इस निर्णय में आईसीसी के चेयरमैन जय शाह की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। नई रिपोर्ट के अनुसार, सीरीज जीतने वाले कप्तान को पटौदी मेडल भी दिया जाएगा।




ईसीबी और बीसीसीआई का सम्मान


सूत्रों के अनुसार, ईसीबी सैफ अली खान के पिता मंसूर अली खान पटौदी का अपमान नहीं करना चाहती थी। वे केवल सचिन तेंदुलकर और जेम्स एंडरसन का सम्मान करने के लिए ट्रॉफी का नाम बदलना चाहती थीं। हालांकि, इस मुद्दे पर बीसीसीआई और ईसीबी ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, जिससे फैंस के मन में कई सवाल बने हुए हैं। भारतीय टीम के नए कप्तान शुभमन गिल इस ट्रॉफी को जीतकर 18 सालों का इंतजार खत्म करना चाहेंगे।