दो देशों के लिए खेलने वाले क्रिकेटरों की सूची
दो देशों के लिए खेलने वाले क्रिकेटरों की कहानी
हर क्रिकेटर का सपना होता है कि वह अपने देश का प्रतिनिधित्व करे और उसे जीत दिलाए। हालांकि, सभी खिलाड़ियों को राष्ट्रीय टीम में जगह नहीं मिलती। ऐसे में कुछ खिलाड़ी दूसरे देशों के लिए खेलने का निर्णय लेते हैं और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उस देश का नेतृत्व करते हैं।
कुछ खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू तो करते हैं, लेकिन कुछ वर्षों बाद टीम से बाहर होने पर वे दूसरे देशों के लिए खेलना शुरू कर देते हैं। इस लेख में हम उन खिलाड़ियों के बारे में चर्चा करेंगे जिन्होंने अपने देश के लिए डेब्यू किया, लेकिन बाद में दूसरे देश से खेलने का निर्णय लिया।
कुल कितने खिलाड़ी दो देशों से खेल चुके हैं?
इंटरनेशनल क्रिकेट की शुरुआत को डेढ़ शताब्दी से अधिक हो चुका है। इस दौरान कई खिलाड़ियों ने अपने नाम का लोहा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनवाया है। कुल 39 खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्होंने दो देशों से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेला है।
खिलाड़ी | प्रतिनिधित्व की गई टीमें | प्रारूप | बदलाव/पात्रता का कारण |
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केपलर वेसल्स | ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका | टेस्ट, वनडे | दक्षिण अफ्रीका के ऊपर लगे बैन की वजह से ऑस्ट्रेलिया के लिए खेले |
इयोन मॉर्गन | आयरलैंड, इंग्लैंड | वनडे, टी20 | करियर ग्रोथ के लिए किया इंग्लैंड का रुख |
एड जॉयस | आयरलैंड, इंग्लैंड | टेस्ट, वनडे, टी20 | काउंटी क्रिकेट के जरिए इंग्लैंड के लिए योग्य बने, बाद में ICC नियम बदलने के बाद आयरलैंड लौटे |
बॉयड रैनकिन | आयरलैंड, इंग्लैंड | टेस्ट, वनडे, टी20 | आयरलैंड एसोसिएट सदस्य था, इंग्लैंड के लिए चुने गए, बाद में आयरलैंड के पूर्ण सदस्य बनने पर लौटे |
ल्यूक रोंची | ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड | वनडे, टी20 | न्यूजीलैंड में जन्मे, ऑस्ट्रेलिया से खेले, बाद में वापस जाकर न्यूजीलैंड के लिए खेले |
जॉन ट्राइकोस | दक्षिण अफ्रीका, जिम्बाब्वे | टेस्ट | रंगभेद के कारण दक्षिण अफ्रीका प्रतिबंधित, स्वतंत्रता के बाद जिम्बाब्वे के लिए खेले |
गैरी बैलेंस | इंग्लैंड, जिम्बाब्वे | टेस्ट, वनडे, टी20 | जिम्बाब्वे में जन्म, इंग्लैंड से खेले, कॉन्ट्रैक्ट खत्म होने के बाद जिम्बाब्वे लौटे |
पीजे मूर | जिम्बाब्वे, आयरलैंड | टेस्ट, वनडे, टी20 | जिम्बाब्वे से खेलते हुए करियर बनाया और बाद में आयरलैंड के लिए खेले |
डर्क नैनिस | नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया | टी20 | डच वंशज होने से पात्रता, दोनों देशों से फॉर्म के आधार पर चुने गए |
मार्क चैपमैन | हांगकांग, न्यूजीलैंड | वनडे, टी20 | हांगकांग में जन्म, बाद में न्यूजीलैंड जाकर वहां के लिए खेले |
जेवियर मार्शल | वेस्टइंडीज, अमेरिका | वनडे, टी20 | वेस्टइंडीज में करियर रुका, अमेरिका में निवास से अवसर मिला |
रूलेफ़ वैन डेर मेर्वे | दक्षिण अफ्रीका, नीदरलैंड | वनडे, टी20 | दक्षिण अफ्रीका में करियर बनाने के बाद नीदरलैंड से खेले |
रस्टी थेरॉन | दक्षिण अफ्रीका, अमेरिका | वनडे, टी20 | अमेरिका में अवसर और निवास |
क्लेटन लैम्बर्ट | वेस्टइंडीज, अमेरिका | टेस्ट, वनडे | संन्यास के बाद अमेरिका चले गए और वहां से खेले |
एंडरसन कमिंस | वेस्टइंडीज, कनाडा | वनडे | प्रवास किया और बाद में कनाडा से खेले |
गेरेंट जोन्स | इंग्लैंड, पापुआ न्यू गिनी | वनडे | पापुआ न्यू गिनी में जन्म, इंग्लैंड से खेले, बाद में पीएनजी से खेले |
डग्गी ब्राउन | इंग्लैंड, स्कॉटलैंड | वनडे | स्कॉटलैंड से वंशज/जन्म के कारण योग्य, पहले इंग्लैंड से खेले |
डेविड वीज़ | दक्षिण अफ्रीका, नामीबिया | वनडे, टी20 | नामीबियाई वंश और दक्षिण अफ्रीका करियर के बाद वहां खेले |
हेडन वॉल्श जूनियर | अमेरिका, वेस्टइंडीज | वनडे, टी20 | एंटीगुआ और अमेरिकी पात्रता, करियर प्रगति |
टिम डेविड | सिंगापुर, ऑस्ट्रेलिया | टी20 | सिंगापुर में जन्म, ऑस्ट्रेलिया में पले और योग्य हुए, फॉर्म के आधार पर चुने गए |
जेड डर्नबैक | इंग्लैंड, इटली | टी20 | इटैलियन वंश, इंग्लैंड करियर के बाद इटली से खेले |
अमजद खान | इंग्लैंड, डेनमार्क | टी20 | डेनमार्क में जन्म, बाद में इंग्लैंड के बाद वहां खेले |
अमीर इलाही | भारत, पाकिस्तान | टेस्ट | भारत विभाजन और पाकिस्तान का गठन |
अब्दुल हफीज़ कर्दार | भारत, पाकिस्तान | टेस्ट | भारत विभाजन और पाकिस्तान का गठन |
गुल मोहम्मद | भारत, पाकिस्तान | टेस्ट | भारत विभाजन और पाकिस्तान का गठन |
पटौदी नवाब (सीनियर) | इंग्लैंड, भारत | टेस्ट | इंग्लैंड में पढ़ाई और खेल, बाद में भारत के लिए खेले |
फ्रैंक हर्ने | इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका | टेस्ट | औपनिवेशिक काल में परिवार का प्रवास |
बिली मिडविंटर | ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड | टेस्ट | परिवार का प्रवास और पुराने पात्रता नियम |
कोरी एंडरसन | न्यूजीलैंड, अमेरिका | वनडे, टी20 | बेहतर अवसरों के लिए |
रॉस टेलर की वापसी
रॉस टेलर, जिन्होंने 2006 में न्यूजीलैंड के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा, ने 16 वर्षों तक कीवी टीम का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने कई यादगार पारियां खेली और टीम को कई जीत दिलाई।
भारत के क्रिकेटरों का योगदान
यह ध्यान देने योग्य है कि केवल विदेशी खिलाड़ी ही नहीं, बल्कि भारत के कई खिलाड़ी भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दो देशों के लिए खेल चुके हैं। इनमें इफ्तिकार अली खान पटौदी, आमिर इलाही, अब्दुल हफीज कर्दार और गुल मोहम्मद शामिल हैं। ये सभी खिलाड़ी पहले भारतीय टीम का हिस्सा थे, लेकिन 1947 में विभाजन के बाद पाकिस्तान चले गए और वहां से खेलने लगे।