ध्रुव जुरेल ने टेस्ट क्रिकेट में बनाया नया इतिहास, केएल राहुल का भी शानदार प्रदर्शन
ध्रुव जुरेल की ऐतिहासिक पारी
भारत और वेस्टइंडीज के बीच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में चल रहे पहले टेस्ट मैच के दूसरे दिन, युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव जुरेल ने अपने करियर का पहला शतक लगाकर एक नया मील का पत्थर स्थापित किया। चोटिल ऋषभ पंत की जगह टीम में शामिल हुए जुरेल ने 190 गेंदों में यह उपलब्धि हासिल की, जिससे वह भारतीय विकेटकीपरों की विशेष सूची में शामिल हो गए हैं।
जुरेल की उपलब्धियों की सूची
जुरेल, वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू मैदान पर शतक लगाने वाले भारत के तीसरे विकेटकीपर बल्लेबाज बन गए हैं। इससे पहले, एमएस धोनी और फारुख इंजीनियर ने यह कारनामा किया था। धोनी ने 2011 में कोलकाता टेस्ट में 144 रन बनाए थे, जबकि इंजीनियर ने 1967 में चेन्नई में 109 रन की पारी खेली थी। अब जुरेल का नाम इन दिग्गजों के साथ जुड़ गया है।
इसके अलावा, 23 वर्षीय जुरेल टेस्ट क्रिकेट में शतक लगाने वाले भारत के 12वें विकेटकीपर बन गए हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ शतक जमाने वाले भारतीय विकेटकीपरों की सूची में वह पांचवें खिलाड़ी हैं। इससे पहले विजय मांजरेकर, फारुख इंजीनियर, अजय रात्रा और रिद्धिमान साहा ने यह उपलब्धि हासिल की थी।
केएल राहुल का शानदार प्रदर्शन
इस मैच में भारत के केएल राहुल ने भी बेहतरीन बल्लेबाजी की। ओपनिंग करते हुए उन्होंने अपने करियर का 10वां टेस्ट शतक बनाया, जिससे वह भारतीय ओपनरों की एक विशेष सूची में चौथे स्थान पर पहुंच गए हैं। उनके आगे केवल सुनील गावस्कर (33), वीरेंद्र सहवाग (22) और मुरली विजय (12) हैं।
भारतीय टीम ने वेस्टइंडीज को पहली पारी में केवल 162 रनों पर रोक दिया था, और इसके बाद बल्लेबाजी में पूरी तरह से दबदबा बनाया। जुरेल और रवींद्र जडेजा की साझेदारी ने भारत की बढ़त को 200 के पार पहुंचा दिया। इस दौरान, स्टेडियम में मौजूद दर्शकों ने युवा विकेटकीपर को खड़े होकर सम्मान दिया।
मैच की प्लेइंग इलेवन
मैच में भारत की प्लेइंग इलेवन में यशस्वी जयसवाल, केएल राहुल, साई सुदर्शन, कप्तान शुबमन गिल, विकेटकीपर ध्रुव जुरेल, रवींद्र जडेजा, वाशिंगटन सुंदर, नितीश कुमार रेड्डी, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज शामिल थे। वहीं, वेस्टइंडीज ने टैगेनारिन चंद्रपॉल, जॉन कैंपबेल, एलिक अथानाज़े, ब्रैंडन किंग, विकेटकीपर शाई होप, कप्तान रोस्टन चेज़, जस्टिन ग्रीव्स, जोमेल वारिकन, खारी पियरे, जोहान लेने और जेडेन सील्स को मौका दिया।
ध्रुव जुरेल का यह शतक न केवल उनके करियर की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, बल्कि भारतीय टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाने वाला एक अहम मील का पत्थर भी साबित हुआ।