नीतीश कुमार रेड्डी का इंग्लैंड दौरे के लिए चयन: हार्दिक पंड्या को क्यों किया गया नजरअंदाज?
नीतीश कुमार रेड्डी का चयन
बीसीसीआई की चयन समिति ने नीतीश कुमार रेड्डी को इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला के लिए ऑलराउंडर के रूप में चुना है। प्रबंधन ने उन्हें टीम में शामिल करते हुए बड़ी उम्मीदें जताई हैं, और सभी समर्थकों को विश्वास है कि वह इस श्रृंखला में उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगे।
हालांकि, हार्दिक पंड्या का नाम भी इस श्रृंखला के लिए चर्चा में था, लेकिन प्रबंधन ने नीतीश को प्राथमिकता देते हुए उन्हें चुना है। आइए जानते हैं कि हार्दिक का चयन क्यों नहीं किया गया।
हार्दिक पंड्या का चयन न होने के कारण
इन वजह से हुआ Nitish Kumar Reddy का हार्दिक की जगह चयन
हार्दिक की खराब फिटनेस
भारतीय टीम के प्रमुख खिलाड़ी हार्दिक पंड्या पिछले कुछ वर्षों से ओडीआई और टी20 क्रिकेट में सक्रिय हैं, लेकिन उनकी खराब फिटनेस के कारण वह टेस्ट क्रिकेट में भाग नहीं ले पा रहे हैं। विशेषज्ञों और फिजियोथेरेपिस्ट की सलाह है कि उनका शरीर टेस्ट क्रिकेट के लिए उपयुक्त नहीं है।
चूंकि हार्दिक सीमित ओवरों में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं, प्रबंधन नहीं चाहता कि उनकी फिटनेस में गिरावट आए, जिससे वह सीमित ओवरों की क्रिकेट से भी बाहर हो जाएं। इसलिए, नीतीश कुमार रेड्डी का चयन टेस्ट क्रिकेट के लिए किया गया है।
हार्दिक का टेस्ट खेलने से मना करना
पहले ही कर चुके हैं टेस्ट खेलने से मना
यह जानकारी मिली है कि 2020 में ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान जब भारतीय टीम के कई सीनियर खिलाड़ी चोटिल हो गए थे, तब हार्दिक से टेस्ट खेलने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने इस प्रारूप में खेलने से मना कर दिया। इस कारण से अब हर टेस्ट श्रृंखला में उनका चयन नहीं किया जाता है, और नीतीश कुमार रेड्डी को प्राथमिकता दी जा रही है।
प्रथम श्रेणी क्रिकेट से दूरी
प्रथम श्रेणी क्रिकेट से दूर हैं हार्दिक
हार्दिक पंड्या पिछले सात वर्षों से प्रथम श्रेणी क्रिकेट से दूर हैं। उन्होंने अपना आखिरी प्रथम श्रेणी मैच 2018 में खेला था। ऐसे में, इतने लंबे समय से प्रथम श्रेणी क्रिकेट से बाहर रहने वाले खिलाड़ी का चयन इंग्लैंड दौरे के लिए नहीं किया जा सकता। इसलिए प्रबंधन ने नीतीश कुमार रेड्डी को टेस्ट टीम में शामिल किया है, जबकि नीतीश लगातार प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेल रहे हैं।