पाकिस्तान का ओलंपिक 2028 में भाग लेना खतरे में: जानिए कारण
पाकिस्तान को ओलंपिक 2028 से बाहर करने का बड़ा कारण
पाकिस्तान का ओलंपिक 2028 में भाग लेना संदेह में: हाल के वर्षों में पाकिस्तान का प्रदर्शन अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में संतोषजनक नहीं रहा है। कई बार छोटी टीमों के खिलाफ हारने के कारण उसे शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा है। हाल ही में एशिया कप में भी पाकिस्तान को निराशा का सामना करना पड़ा था।
इस समय पाकिस्तान की टीम श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज की तैयारी कर रही है, लेकिन उसे एक ऐसी खबर मिली है जो उसके लिए चिंता का विषय बन सकती है।
पाकिस्तान के ओलंपिक 2028 में क्वालिफिकेशन पर खतरा
क्रिकेट को 2028 लॉस एंजेलिस ओलंपिक में शामिल करने की घोषणा के बाद, पाकिस्तान को उम्मीद थी कि वह इसमें भाग लेगा, लेकिन अब ऐसा लगता है कि यह सपना अधूरा रह सकता है। ICC की हालिया बैठक में लिए गए निर्णय के कारण पाकिस्तान की टीम ओलंपिक में खेलने से वंचित रह सकती है।
वास्तव में, ICC बोर्ड मीटिंग में ओलंपिक क्रिकेट के लिए क्वालिफिकेशन प्रक्रिया में महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। पहले यह माना जा रहा था कि टी20 रैंकिंग की शीर्ष 6 टीमें सीधे लॉस एंजेलिस 2028 के लिए क्वालीफाई करेंगी, लेकिन अब ICC के अध्यक्ष जय शाह ने स्पष्ट किया है कि यह प्रक्रिया रैंकिंग के बजाय क्षेत्रीय होगी।
इस नए मॉडल के अनुसार, हर क्षेत्र — एशिया, अफ्रीका, यूरोप, अमेरिका और ओशिनिया — से केवल एक टीम को सीधे प्रवेश मिलेगा। अन्य टीमों के लिए एक वैश्विक क्वालिफायर टूर्नामेंट का आयोजन किया जाएगा, जिसमें उन्हें सीमित स्लॉट के लिए प्रतिस्पर्धा करनी होगी।
एशिया में प्रतिस्पर्धा और पाकिस्तान की चुनौतियाँ
अब एशिया क्षेत्र की बात करें, तो यहाँ भारत, श्रीलंका, बांग्लादेश और अफगानिस्तान जैसी मजबूत टीमें मौजूद हैं। इस स्थिति में पाकिस्तान के लिए शीर्ष स्थान हासिल करना बेहद कठिन होगा।
हाल के वर्षों में पाकिस्तान का प्रदर्शन भी उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा है। उसने काफी समय से कोई मल्टी-टीम टूर्नामेंट नहीं जीता है। ऐसे में जब क्वालिफिकेशन का रास्ता प्रदर्शन-आधारित हो गया है, तो पाकिस्तान का ओलंपिक में पहुंचना और भी मुश्किल हो गया है।
जय शाह की भूमिका और ICC का नया दृष्टिकोण
ICC के अध्यक्ष जय शाह ने हाल ही में हुई बोर्ड मीटिंग में यह स्पष्ट किया कि ओलंपिक क्रिकेट में हर महाद्वीप का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित होना चाहिए। उन्होंने कहा कि ओलंपिक का उद्देश्य केवल बड़े देशों की भागीदारी नहीं, बल्कि वैश्विक संतुलन बनाना है। उनके इस दृष्टिकोण के कारण एशिया क्षेत्र के लिए केवल एक डायरेक्ट स्पॉट निर्धारित किया गया है।
इस निर्णय ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) को चिंता में डाल दिया है। PCB के सूत्रों के अनुसार, बोर्ड इस प्रस्ताव से संतुष्ट नहीं है और ICC से पुनर्विचार की अपील करने की योजना बना रहा है। हालांकि, ICC ने स्पष्ट किया है कि यह नियम स्थायी रहेगा और किसी देश के लिए अलग अपवाद नहीं बनाया जाएगा।