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बांग्लादेश महिला क्रिकेट में कप्तान पर गंभीर आरोप, टीम में तनाव का माहौल

बांग्लादेश महिला क्रिकेट टीम में कप्तान निगार सुल्ताना पर जूनियर खिलाड़ियों के साथ दुर्व्यवहार के गंभीर आरोप लगे हैं। जहांआरा आलम ने कहा कि कप्तान ने खिलाड़ियों के साथ शारीरिक और मानसिक दुर्व्यवहार किया है, जिससे टीम का माहौल तनावपूर्ण हो गया है। बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने इन आरोपों को खारिज किया है। यह विवाद बांग्लादेश महिला क्रिकेट के लिए एक बड़ा झटका है और इसकी निष्पक्ष जांच की आवश्यकता है।
 

बांग्लादेश-ऑस्ट्रेलिया टी20 सीरीज के बीच विवाद


भारत-ऑस्ट्रेलिया (IND vs AUS) टी20 सीरीज के दौरान बांग्लादेश महिला क्रिकेट टीम से जुड़ा एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहांआरा आलम, जो कि टीम की सीनियर खिलाड़ी हैं, ने अपनी कप्तान निगार सुल्ताना पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि कप्तान ने जूनियर खिलाड़ियों के साथ शारीरिक दुर्व्यवहार किया है, जिससे टीम का माहौल तनावपूर्ण हो गया है।


इस खुलासे ने बांग्लादेश क्रिकेट में हलचल मचा दी है और सभी जानना चाहते हैं कि सच्चाई क्या है।


जहांआरा आलम का आरोप

जहांआरा आलम ने बांग्लादेशी मीडिया से बातचीत में कहा कि कप्तान न केवल मानसिक दबाव बनाती हैं, बल्कि कई बार शारीरिक रूप से भी दुर्व्यवहार करती हैं। उन्होंने बताया कि कई जूनियर खिलाड़ियों ने उन्हें बताया कि यदि उन्होंने कप्तान की बात नहीं मानी, तो उन्हें थप्पड़ और मारपीट का सामना करना पड़ेगा।


आलम ने यह भी कहा कि दुबई दौरे के दौरान कप्तान ने एक जूनियर खिलाड़ी को कमरे में बुलाकर थप्पड़ मारा था। यह सिलसिला काफी समय से चल रहा है और सीनियर खिलाड़ियों को लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है।


बीसीबी की प्रतिक्रिया

बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) ने जहांआरा आलम के आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। बोर्ड ने कहा कि ये आरोप निराधार और मनगढ़ंत हैं। बीसीबी का मानना है कि आलम के बयान जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण हैं, जिनका उद्देश्य टीम के मनोबल को गिराना है।


बोर्ड ने यह भी कहा कि ऐसे आरोप उस समय सामने आए हैं जब बांग्लादेश महिला क्रिकेट टीम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुधार कर रही है।


जहांआरा आलम का करियर

जहांआरा आलम दिसंबर 2024 से बांग्लादेश की राष्ट्रीय टीम से बाहर हैं। वह टीम की सबसे अनुभवी तेज गेंदबाजों में से एक रही हैं। जनवरी 2025 में बीसीबी ने बताया कि उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य के कारण अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से ब्रेक लिया है।


इस विवाद के बाद उनकी राष्ट्रीय टीम में वापसी मुश्किल लग रही है।


बांग्लादेश महिला क्रिकेट पर विवाद का प्रभाव

यह विवाद बांग्लादेश महिला क्रिकेट के लिए एक बड़ा झटका है। जहांआरा के आरोपों ने टीम की आंतरिक स्थिति को उजागर कर दिया है। कई विशेषज्ञों का कहना है कि बीसीबी को इस मामले की निष्पक्ष जांच करनी चाहिए ताकि सच्चाई सामने आ सके।


यदि खिलाड़ियों के बीच अविश्वास की यह खाई बढ़ती गई, तो इसका सीधा असर टीम के प्रदर्शन और महिला क्रिकेट के विकास पर पड़ेगा।