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भारत और इंग्लैंड के बीच 5वें टेस्ट का रोमांचक तीसरा दिन

भारत और इंग्लैंड के बीच चल रहे 5वें टेस्ट का तीसरा दिन रोमांच से भरा रहा। भारत ने इंग्लैंड के सामने 374 रनों का लक्ष्य रखा, जबकि इंग्लैंड ने 50/1 रन बनाकर खेल खत्म किया। यशस्वी जायसवाल ने शानदार शतक बनाया, लेकिन ओवल के इतिहास में बड़े लक्ष्यों का पीछा करना आसान नहीं होगा। क्या इंग्लैंड अपनी बैजबॉल रणनीति से इस चुनौती को पार कर पाएगा? जानें पूरी कहानी में।
 

भारत ने इंग्लैंड को दिया 374 रनों का लक्ष्य

ENG vs IND 5th Test: लंदन के केनिंग्टन ओवल में भारत और इंग्लैंड के बीच चल रहे पांचवें टेस्ट का तीसरा दिन बेहद रोमांचक रहा। भारत ने इंग्लैंड के सामने 374 रनों का विशाल लक्ष्य रखा, जबकि तीसरे दिन के खेल के अंत तक इंग्लैंड ने 50/1 रन बना लिए। मोहम्मद सिराज ने दिन की अंतिम गेंद पर जैक क्रॉली को बोल्ड कर भारत को बढ़त दिलाई।


क्या भारत अपने लक्ष्य की रक्षा कर पाएगा?

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि शुभमन गिल की अगुवाई वाली भारतीय टीम इस लक्ष्य को डिफेंड कर पाएगी या इंग्लैंड की बैजबॉल रणनीति ओवल में नया इतिहास रच देगी। ओवल का रिकॉर्ड भारत के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है।


यशस्वी जायसवाल की शानदार सेंचुरी

भारत की दूसरी पारी में यशस्वी जायसवाल ने 164 गेंदों में 118 रनों की बेहतरीन पारी खेली, जो उनके टेस्ट करियर का छठा और इस सीरीज का दूसरा शतक था। इसके अलावा, आकाश दीप (66), रविंद्र जडेजा (53) और वाशिंगटन सुंदर (53) ने भी अर्धशतक बनाकर भारत को 396 रनों तक पहुंचाया। इस स्कोर ने इंग्लैंड को 374 रनों का लक्ष्य दिया।


ओवल में रन चेज का इतिहास

ओवल के 123 साल के टेस्ट इतिहास में कोई भी टीम 300 रनों से अधिक का लक्ष्य हासिल नहीं कर पाई है। इस मैदान पर सबसे बड़ा सफल रन चेज 1902 में हुआ था, जब इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 263 रन बनाए थे। इसके बाद वेस्टइंडीज ने 1963 में 253 और ऑस्ट्रेलिया ने 1972 में 242 रनों का पीछा किया। हाल के वर्षों में यह आंकड़ा और भी कम रहा है। श्रीलंका ने 2024 में 219, इंग्लैंड ने 1994 में 204, और 2008 में 197 रनों का लक्ष्य हासिल किया था।


इंग्लैंड की बैजबॉल रणनीति

इंग्लैंड ने हाल के वर्षों में अपनी आक्रामक 'बैजबॉल' रणनीति के माध्यम से बड़े लक्ष्यों को हासिल किया है। इस सीरीज के पहले टेस्ट में लीड्स में उन्होंने 371 रनों का पीछा किया था। इसके अलावा, 2019 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 359 और 2022 में भारत के खिलाफ एजबेस्टन में 378 रनों का लक्ष्य भी हासिल किया। इन जीतों ने इंग्लैंड को बड़े चेज में आत्मविश्वास प्रदान किया है।