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भारत की हार से डब्ल्यूटीसी प्वाइंट टेबल में गिरावट, दक्षिण अफ्रीका की बढ़त

भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में शर्मनाक हार का सामना किया, जिससे उसकी डब्ल्यूटीसी प्वाइंट टेबल में स्थिति कमजोर हो गई है। दक्षिण अफ्रीका ने इस जीत के साथ अंक तालिका में दूसरा स्थान हासिल किया है। अब भारत को अगले टेस्ट में वापसी करनी होगी, अन्यथा उसकी स्थिति और भी खराब हो सकती है। जानें इस मैच के प्रमुख बिंदुओं के बारे में।
 

भारत की स्थिति डब्ल्यूटीसी प्वाइंट टेबल में कमजोर हुई


डब्ल्यूटीसी प्वाइंट टेबल में भारत की स्थिति में गिरावट


दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चल रही दो टेस्ट मैचों की श्रृंखला में भारत ने पहले टेस्ट में शर्मनाक हार का सामना किया। भारतीय टीम 124 रनों के लक्ष्य को भी हासिल नहीं कर पाई और तीसरे दिन ही मैच हार गई।


पहले टेस्ट में हार के बाद भारत डब्ल्यूटीसी प्वाइंट टेबल में चौथे स्थान पर खिसक गया है, जबकि दक्षिण अफ्रीका ने जीत के साथ दूसरे स्थान पर अपनी जगह बना ली है। अब दूसरा टेस्ट 22 नवंबर को गोवाहटी में खेला जाएगा।


ऑस्ट्रेलिया की शीर्ष स्थिति

डब्ल्यूटीसी प्वाइंट टेबल में ऑस्ट्रेलिया का दबदबा


वर्तमान में ऑस्ट्रेलिया डब्ल्यूटीसी प्वाइंट टेबल में पहले स्थान पर है, जिसने तीन टेस्ट मैचों में सभी में जीत हासिल की है। दक्षिण अफ्रीका दूसरे स्थान पर है, जबकि श्रीलंका तीसरे स्थान पर है। भारत ने अब तक आठ टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें चार जीत और तीन हार के साथ वह चौथे स्थान पर है।


कम लक्ष्य पर हार का सामना

124 रनों का लक्ष्य हासिल करने में असफलता


भारत ने घरेलू मैदान पर 124 रनों का सबसे छोटा लक्ष्य भी हासिल नहीं किया और केवल 93 रनों पर आउट हो गई। दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया। पिछले साल न्यूजीलैंड के खिलाफ भी भारत ने 147 रनों का लक्ष्य नहीं हासिल किया था।


गौतम गंभीर की कोचिंग में भारतीय टीम ने दोनों मैचों में लक्ष्य हासिल करने में असफलता दिखाई है।


दक्षिण अफ्रीका की श्रेष्ठता

दक्षिण अफ्रीका ने भारत को हराया


दक्षिण अफ्रीका ने पहले टेस्ट में भारत को मात्र ढाई दिन में हराकर अपनी श्रेष्ठता साबित की। भारतीय टीम ने 124 रनों का लक्ष्य भी नहीं हासिल किया और तीसरे दिन के तीन घंटे के खेल में ही 93 रनों पर आउट हो गई।


सीरीज शुरू होने से पहले भारत ने स्पिन पिच की मांग की थी, लेकिन दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाजों ने भारतीय टीम को उसके ही जाल में फंसा दिया।