भारत-दक्षिण अफ्रीका टेस्ट मैच: पिच पर विवाद और गांगुली का बयान
पिच पर उठे सवाल
नई दिल्ली: कोलकाता के ईडन गार्डन्स में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले गए पहले टेस्ट मैच ने पिच की स्थिति के कारण काफी चर्चा बटोरी। मैच की शुरुआत से ही 22 गज की पट्टी पर गेंद ने तेजी से टर्न लेना शुरू कर दिया और उछाल में भी असमानता देखी गई।
मैच का हाल और पिच की स्थिति
पहले दिन से ही पिच पर काले धब्बे नजर आने लगे थे, जिससे बल्लेबाजी करना बेहद चुनौतीपूर्ण हो गया। दक्षिण अफ्रीका की पहली पारी केवल 159 रनों पर समाप्त हुई, जबकि भारत ने 189 रन बनाकर 30 रनों की बढ़त हासिल की।
दक्षिण अफ्रीका ने तीसरी पारी में टेम्बा बावुमा की नाबाद 55 रनों की मदद से 153 रन बनाए, जिससे भारत को जीत के लिए 124 रनों का लक्ष्य मिला।
बावुमा का अर्धशतक
इस मैच में तीन पारियों के दौरान कोई भी बल्लेबाज अर्धशतक नहीं बना सका। बावुमा के अर्धशतक पर कोलकाता के दर्शकों ने तालियां बजाकर उनका स्वागत किया, जो इस बात का संकेत था कि रैंक टर्नर पर अर्धशतक बनाना कितना कठिन था।
गांगुली का खुलासा
सौरव गांगुली ने न्यूज18 बांग्ला से बातचीत में स्पष्ट किया कि पिच भारतीय टीम की इच्छाओं के अनुसार तैयार की गई थी। उन्होंने बताया कि चार दिनों तक पिच को पानी नहीं दिया गया, जिससे स्पिनरों को अधिक टर्न और मदद मिली।
गांगुली ने कहा, "यह पिच वही है जो भारतीय टीम चाहती थी। चार दिन पानी न देने से ऐसा होता है। क्यूरेटर सुजान मुखर्जी को दोष नहीं दिया जा सकता।"
गांगुली का चौंकाने वाला बयान
गांगुली का यह बयान चौंकाने वाला है क्योंकि मैच से एक हफ्ते पहले उन्होंने कहा था कि भारतीय प्रबंधन ने रैंक टर्नर की मांग नहीं की थी। अब उनका नया बयान यह स्पष्ट करता है कि मैच के नजदीक आने पर योजनाएं बदल गईं।
गंभीर और गिल की भूमिका
10 नवंबर को भारत के मुख्य कोच गौतम गंभीर और बल्लेबाजी कोच सितांशु कोटक ने पिच का निरीक्षण किया और मुख्य क्यूरेटर सुजान मुखर्जी से विस्तृत चर्चा की।