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भारत ने एशिया कप 2025 में पाकिस्तान को हराकर जीता खिताब, गौतम गंभीर का जज्बाती पल हुआ वायरल

भारत ने एशिया कप 2025 का खिताब जीतकर क्रिकेट प्रेमियों को खुश कर दिया। फाइनल में पाकिस्तान को 5 विकेट से हराने के बाद, गौतम गंभीर का भावुक क्षण भी चर्चा का विषय बना। इस मैच में तिलक वर्मा ने शानदार प्रदर्शन किया, जिससे भारत ने जीत हासिल की। जानें इस रोमांचक मुकाबले की पूरी कहानी और गौतम गंभीर के जज्बाती पल के बारे में।
 

भारत ने एशिया कप का खिताब जीता

भारत ने एशिया कप 2025 का खिताब जीता: एशिया कप 2025 का फाइनल मैच क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक यादगार अनुभव बन गया। दुबई में आयोजित इस रोमांचक मुकाबले में भारतीय टीम ने पाकिस्तान को 5 विकेट से हराकर खिताब अपने नाम किया। सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में भारत ने यह जीत हासिल की और एशिया कप का 9वां ताज अपने सिर सजाया। यह टी20 फॉर्मेट के तीसरे संस्करण में भारत की दूसरी जीत है, इससे पहले 2016 में भी टीम इंडिया ने टी20 एशिया कप का खिताब जीता था।


गौतम गंभीर का भावुक क्षण

गौतम गंभीर का जज्बाती रूप चर्चा में

फाइनल मैच में खिलाड़ियों के साथ-साथ टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर भी चर्चा का विषय बने। गंभीर को उनकी सख्त और शांत स्वभाव के लिए जाना जाता है, लेकिन इस बार उनका एक अलग ही रूप देखने को मिला। मैच के अंतिम ओवर में जब तिलक वर्मा ने हारिस रऊफ की गेंद पर शानदार छक्का लगाया, तब गंभीर अपनी भावनाओं को नियंत्रित नहीं कर पाए। उनका जोश और खुशी कैमरे में कैद हो गई, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। ड्रेसिंग रूम में गंभीर को टेबल थपथपाते हुए देखा गया, जो उनके फैंस के लिए एक दुर्लभ दृश्य था।


पाकिस्तान की पारी का उतार-चढ़ाव

पाकिस्तान की पारी की उड़ान

टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी पाकिस्तान टीम ने शुरुआत में आक्रामक खेल का प्रदर्शन किया। एक समय उनका स्कोर 113 रन पर एक विकेट के नुकसान पर था, और ऐसा लग रहा था कि वे बड़ा लक्ष्य देने में सफल होंगे। लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने शानदार वापसी करते हुए पाकिस्तानी बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त कर दिया। देखते ही देखते, मजबूत दिख रही पाकिस्तानी टीम 19.1 ओवर में 146 रन पर ढेर हो गई।


भारत की शुरुआत में मुश्किलें

भारत की लड़खड़ाती शुरुआत

147 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम की शुरुआत निराशाजनक रही। भारत ने 20 रन तक पहुंचते-पहुंचते अपने तीन महत्वपूर्ण विकेट खो दिए, जिनमें सलामी बल्लेबाज अभिषेक शर्मा का विकेट भी शामिल था। इस कठिन परिस्थिति में तिलक वर्मा और संजू सैमसन ने टीम को संभाला। दोनों ने चौथे विकेट के लिए 57 रनों की साझेदारी कर मैच में नई उम्मीद जगाई।


तिलक वर्मा की शानदार पारी

तिलक वर्मा की विस्फोटक पारी

संजू सैमसन के आउट होने के बाद तिलक वर्मा ने शिवम दुबे के साथ मिलकर मोर्चा संभाला। दुबे ने 33 रन बनाए और तिलक के साथ मिलकर मैच को भारत की पकड़ में ला दिया। अंतिम ओवर में भारत को जीत के लिए 10 रनों की आवश्यकता थी। इसी ओवर में तिलक ने हारिस रऊफ की दूसरी गेंद को स्टैंड में भेजकर मैच की तस्वीर पलट दी। इसके बाद रिंकू सिंह ने चौका लगाकर भारत को जीत दिलाई।

तिलक वर्मा ने अपने करियर की सबसे यादगार पारी खेली। उन्होंने 53 गेंदों पर नाबाद 69 रन बनाए, जिसमें 3 चौके और 4 शानदार छक्के शामिल थे। उनकी इस पारी ने पाकिस्तान की उम्मीदों को पूरी तरह तोड़ दिया.