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भारत ने लीड्स टेस्ट में रोहित और विराट के विकल्पों को खोजा

भारतीय क्रिकेट टीम ने लीड्स टेस्ट में रोहित शर्मा और विराट कोहली की अनुपस्थिति के बावजूद शानदार प्रदर्शन किया। यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल ने अपनी बल्लेबाजी से यह साबित कर दिया कि टीम किसी एक या दो खिलाड़ियों पर निर्भर नहीं है। जानें कैसे इन युवा खिलाड़ियों ने दिग्गजों की कमी को पूरा किया और भारतीय टीम ने 421 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया। क्या ये युवा खिलाड़ी भविष्य में भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाएंगे? इस लेख में जानें।
 

भारत बनाम इंग्लैंड लीड्स टेस्ट मैच

भारत बनाम इंग्लैंड लीड्स टेस्ट मैच: भारतीय क्रिकेट टीम इस समय इंग्लैंड में पांच टेस्ट मैचों की श्रृंखला खेल रही है।

पहला टेस्ट लीड्स में हो रहा है, जहां भारतीय टीम ने अपनी बल्लेबाजी से यह साबित कर दिया है कि वे किसी एक या दो खिलाड़ियों पर निर्भर नहीं हैं। इस टीम में कई स्टार खिलाड़ी शामिल हैं।


लीड्स में चल रहा पहला टेस्ट मैच

शुभमन गिल की कप्तानी में भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में 20 जून से हेडिंग्ले लीड्स में खेल रही है। इस मैच में भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 421 रन बनाए हैं। यह दर्शाता है कि रोहित शर्मा और विराट कोहली भले ही संन्यास ले चुके हैं, लेकिन उनकी विरासत को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया गया है।


रोहित और विराट की कमी को पूरा करने वाले बल्लेबाज

रोहित और विराट के संन्यास के बाद सभी को चिंता थी कि उनकी कमी कौन पूरी करेगा। लेकिन लीड्स टेस्ट में यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल ने अपनी बल्लेबाजी से यह कमी नहीं खलने दी। जायसवाल ने 159 गेंदों में 101 रन बनाए, जबकि गिल ने 227 गेंदों में 147 रन की पारी खेली। इन दोनों की शानदार पारियों के कारण भारतीय टीम ने बड़ा स्कोर खड़ा किया। ऋषभ पंत ने भी 134 रन की महत्वपूर्ण पारी खेली।


भविष्य में रोहित और विराट की कमी नहीं खलेगी

यशस्वी जायसवाल और शुभमन गिल दोनों में अपार प्रतिभा है। यदि वे अपने पूर्ण क्षमता पर खेलते रहे, तो हमें कभी भी रोहित और विराट की कमी महसूस नहीं होगी। जिस तरह से हिटमैन और किंग ने वीरेंद्र सहवाग और मास्टर ब्लास्टर की कमी नहीं खलने दी, उम्मीद है कि यशस्वी और शुभमन भी ऐसा ही करेंगे।

हालांकि, रोहित और विराट ने जो योगदान दिया है, उसे कोई नहीं भुला सकता। आने वाले समय में हमें उनके जैसे खिलाड़ी देखने को मिलेंगे, लेकिन उनकी बराबरी करना किसी के लिए भी संभव नहीं होगा।