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भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच पर विवाद और बॉलीवुड सितारों की प्रतिक्रियाएँ

आज एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले मैच पर राजनीतिक दलों का विरोध और बॉलीवुड सितारों की प्रतिक्रियाएँ चर्चा का विषय बनी हुई हैं। रवीना टंडन ने भारतीय टीम को सलाह दी है कि वे काली पट्टी बांधकर खेलें, जबकि सुनील शेट्टी ने खिलाड़ियों के निर्णय का समर्थन किया है। इस बीच, हरीश रावत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े शब्दों में अपनी राय रखी है। जानें इस विवाद की पूरी कहानी और खिलाड़ियों पर पड़ने वाले दबाव के बारे में।
 

भारत-पाकिस्तान का महामुकाबला

आज एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट में भारत और पाकिस्तान के बीच एक महत्वपूर्ण मुकाबला होने जा रहा है। इस मैच के खिलाफ विभिन्न राजनीतिक दलों ने विरोध प्रदर्शन किया है। कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाए हैं। वहीं, मुंबई में शिवसेना ने सड़कों पर उतरकर विरोध किया है। इस बीच, बॉलीवुड अभिनेत्री रवीना टंडन ने भारतीय क्रिकेट टीम को एक सलाह दी है।


रवीना टंडन ने कहा, "ठीक है, मैच शुरू होने वाला है। मुझे उम्मीद है कि हमारी टीम काली पट्टी बांधकर खेलेगी और जीत से पहले घुटने टेकेगी।" इस पर बॉलीवुड अभिनेता सुनील शेट्टी ने भी अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने कहा, "एक भारतीय के नाते, यह हमारा व्यक्तिगत निर्णय है कि हम इसे देखना चाहते हैं या नहीं। यह एक ऐसा निर्णय है जो भारत को लेना है। लेकिन खिलाड़ियों को दोष नहीं दिया जा सकता, क्योंकि वे देश का प्रतिनिधित्व करते हैं।"




हरीश रावत का विरोध


उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा, "लोगों में आक्रोश है। पूरा भारत आक्रोशित है। हम प्रधानमंत्री से सहमत हैं कि खून और खेल, खून और कूटनीति एक साथ नहीं चल सकते। पाकिस्तान हमारी धरती पर खून की होली खेलना चाहता है। जब तक पाकिस्तान आतंकवाद नहीं रोकता, हम उससे किसी भी प्रकार के रिश्ते नहीं रख सकते।"


भारतीय टीम पर दबाव


एक रिपोर्ट के अनुसार, खिलाड़ियों ने खुद को शांत रखने और स्थिति को बेहतर ढंग से संभालने के लिए मुख्य कोच गौतम गंभीर और अन्य सहयोगी स्टाफ से सलाह ली है। हालांकि, कुछ खिलाड़ी पहले भी पाकिस्तान के खिलाफ खेल चुके हैं, लेकिन इस बार की स्थिति उनके लिए असाधारण है।


ड्रेसिंग रूम में तनाव तब स्पष्ट हुआ जब प्रबंधन ने मैच की प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए सहायक कोच रयान टेन डोशेट को भेजने का निर्णय लिया। मैच की गंभीरता को देखते हुए मुख्य कोच गंभीर या कप्तान सूर्यकुमार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल होना चाहिए था।