भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने ICC विमेंस वर्ल्ड कप में ऐतिहासिक जीत हासिल की
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की ऐतिहासिक उपलब्धि
नई दिल्ली: भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर पार किया है। 2 नवंबर को नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में हरमनप्रीत कौर की अगुवाई में टीम ने ICC विमेंस वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया। यह भारतीय महिला टीम का पहला विश्व चैंपियन बनने का अवसर है।
फाइनल में साउथ अफ्रीका को 52 रनों से हराकर टीम ने न केवल ट्रॉफी जीती, बल्कि क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी इनामी राशि भी अपने नाम की। इस जीत के साथ टीम को वित्तीय पुरस्कारों की भरपूर प्राप्ति हुई।
ऐतिहासिक जीत और पुरानी यादें
यह दिन भारतीय क्रिकेट के लिए एक विशेष महत्व रखता है। आठ साल पहले इंग्लैंड के खिलाफ फाइनल में हार का अनुभव था, लेकिन इस बार घरेलू मैदान पर टीम ने कोई चूक नहीं की। पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल तक पहुंची और साउथ अफ्रीका को आसानी से मात दी। हरमनप्रीत कौर की नेतृत्व क्षमता और खिलाड़ियों की मेहनत ने इस सपने को साकार किया।
ICC की बड़ी घोषणा और रिकॉर्ड प्राइज मनी
टूर्नामेंट के आरंभ होने से पहले ही ICC ने प्राइज मनी में उल्लेखनीय वृद्धि की घोषणा की थी। चैंपियन बनने पर टीम इंडिया को इसका पूरा लाभ मिला। विजेता टीम को 4.48 मिलियन डॉलर मिले, जो भारतीय रुपये में लगभग 40 करोड़ रुपये के बराबर है। यह महिला और पुरुष क्रिकेट के इतिहास में सबसे बड़ी इनामी राशि है।
इसके अलावा, प्रत्येक टीम को टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए पहले से निर्धारित 2.5 लाख डॉलर मिले, जो लगभग 2.22 करोड़ रुपये हैं। टीम इंडिया ने लीग स्टेज में तीन मैच जीते, जिसके लिए प्रति जीत 34,314 डॉलर मिले। इस प्रकार, अतिरिक्त लगभग 92 लाख रुपये भी टीम के खाते में आए। कुल मिलाकर, टीम इंडिया ने 40 करोड़ से अधिक की राशि प्राप्त की।
रनर-अप टीम को भी मिला बड़ा इनाम
हालांकि साउथ अफ्रीका फाइनल हार गई, लेकिन उसने भी एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया। रनर-अप बनने पर उसे 2.24 मिलियन डॉलर मिले, जो लगभग 20 करोड़ रुपये हैं। यह भी अब तक की सबसे बड़ी रनर-अप प्राइज मनी है। भागीदारी के लिए 2.22 करोड़ रुपये अलग से मिले। लीग स्टेज में पांच जीत के कारण प्रति मैच के हिसाब से 1.5 करोड़ रुपये से अधिक अतिरिक्त राशि भी मिली। अफ्रीकी टीम की मेहनत रंग लाई।