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महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप 2025: क्रांति गौड़ और स्मृति मंधाना का ऐतिहासिक सफर

महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप 2025 में भारत की टीम ने ऑस्ट्रेलिया को हराकर फाइनल में जगह बनाई है। इस सफलता में क्रांति गौड़ और स्मृति मंधाना की महत्वपूर्ण भूमिका है। क्रांति, जो छतरपुर की हैं, ने शानदार प्रदर्शन किया है, जबकि स्मृति अपनी शादी की तैयारी में हैं। जानें इन दोनों खिलाड़ियों की प्रेरणादायक कहानियाँ और कैसे वे मध्यप्रदेश का गर्व बन गई हैं।
 

महिला क्रिकेट में नया अध्याय


नई दिल्ली: भारत की महिला क्रिकेट टीम ने एक बार फिर से इतिहास रचते हुए 2025 के महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप के फाइनल में प्रवेश किया है। टीम ने 7 बार की चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को हराकर यह उपलब्धि हासिल की है। अब 2 नवंबर, रविवार को भारत का सामना साउथ अफ्रीका से होगा।


इस जीत में एक खास 'एमपी कनेक्शन' भी है, क्योंकि टीम की दो प्रमुख खिलाड़ी, क्रांति गौड़ और स्मृति मंधाना, मध्यप्रदेश से ताल्लुक रखती हैं। एक मध्यप्रदेश की बेटी है और दूसरी होने वाली बहू, इन दोनों के लिए शुभकामनाओं का दौर जारी है। सभी की नजरें इन दोनों खिलाड़ियों पर टिकी हुई हैं।


क्रांति गौड़ का अद्भुत सफर

छतरपुर की क्रांति गौड़ का सफर


छतरपुर जिले के छोटे कस्बे घुवारा की क्रांति गौड़ आज पूरे देश की गर्व बन चुकी हैं। 22 वर्षीय इस खिलाड़ी ने कभी लड़कों के साथ टेनिस बॉल से क्रिकेट खेलना शुरू किया था और अब वह टीम इंडिया की स्पीड क्वीन बन गई हैं।


वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ क्रांति ने 10 ओवर में केवल 20 रन देकर 3 विकेट लिए और तीन मेडन ओवर फेंके। उनकी इकॉनमी 2.00 रही और इस प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब मिला। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल में भी उन्होंने कंगारु कप्तान एलिसा हेली को बोल्ड कर भारत की जीत की नींव रखी।


क्रांति का रिकॉर्ड तोड़ना

21 साल की उम्र में झूलन गोस्वामी का रिकॉर्ड तोड़ा


क्रांति ने 22 जुलाई 2025 को इंग्लैंड के खिलाफ 52 रन देकर 6 विकेट लेकर भारत को जीत दिलाई। वह केवल 21 साल 345 दिन की थीं, और इतनी कम उम्र में पांच विकेट लेने वाली भारत की सबसे युवा गेंदबाज बन गईं। कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कहा, 'मैं अपना अवॉर्ड क्रांति के साथ साझा करना चाहती हूं क्योंकि ऐसी तेज गेंदबाज टीम इंडिया के लिए वरदान हैं।'


क्रांति गौड़ की संघर्ष भरी कहानी

संघर्ष से सफलता तक


क्रांति का बचपन संघर्षों से भरा रहा। उनके पिता पुलिस विभाग में सस्पेंड थे और घर की आर्थिक स्थिति खराब थी। ऐसे में जब टूर्नामेंट खेलने के लिए पैसे नहीं थे, तो उनकी मां ने अपने गहने बेच दिए ताकि क्रांति का सपना जिंदा रह सके।


उनके कोच राजीव बिल्थरे ने कहा, '2017 में जब उनके पिता उन्हें मेरे पास लाए, तब मैंने देखा कि यह लड़की लड़कों से भी बेहतर बॉल डालती है। उसी दिन समझ गया था कि यह बच्ची दूर तक जाएगी।' आज वही क्रांति मध्यप्रदेश की पहचान बन चुकी हैं।


स्मृति मंधाना का इंदौर कनेक्शन

स्मृति मंधाना का इंदौर कनेक्शन


भारत की उपकप्तान स्मृति मंधाना इस वर्ल्ड कप में अपने करियर के बेहतरीन फॉर्म में हैं। उन्होंने इस टूर्नामेंट में 1 शतक और 2 अर्धशतक बनाए हैं और भारत को फाइनल तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।


शादी की तैयारी

वर्ल्ड कप की ट्रॉफी के बाद शादी


फाइनल के बाद स्मृति की जिंदगी का दूसरा बड़ा इवेंट उनकी शादी भी तय है। वह जल्द ही इंदौर की बहू बनने जा रही हैं। वह म्यूजिक कंपोजर पलाश मुच्छल से शादी करेंगी, जो मशहूर सिंगर पलक मुच्छल के भाई हैं। दोनों इसी नवंबर में शादी करेंगे, जिसके समारोह 20 नवंबर से स्मृति के होमटाउन सांगली में शुरू होंगे।


शादी के बाद स्मृति इंदौर की बहू बन जाएंगी। उनकी होने वाली ननद पलक मुच्छल कहती हैं, 'स्मृति सिर्फ एक बेहतरीन खिलाड़ी नहीं बल्कि एक अद्भुत इंसान हैं। वह अब सिर्फ हमारी भाभी नहीं, परिवार का दिल हैं।'


मध्यप्रदेश का गर्व

एमपी की गर्व हैं क्रांति गौड़ और स्मृति मंधाना


एक ओर छतरपुर की क्रांति गौड़ भारत को ट्रॉफी दिलाने के लिए गेंदबाजी में जान लगा रही हैं, तो दूसरी ओर स्मृति मंधाना अपनी जिंदगी के सबसे खूबसूरत पल वर्ल्ड कप फाइनल और शादी की तैयारी में हैं। मध्य प्रदेश के लोग इन दोनों बेटियों पर गर्व कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर #MPKiBeti और #SmritiMandhanaWedding ट्रेंड कर रहे हैं। लोगों को गर्व है कि दोनों बेटियों का मध्यप्रदेश से नाता है।