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योगराज सिंह ने कपिल देव पर मैच फिक्सिंग का आरोप लगाया

पूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह ने कपिल देव पर मैच फिक्सिंग का आरोप लगाते हुए एक विवाद खड़ा कर दिया है। उनका दावा है कि 1983 विश्व कप के कप्तान कपिल देव को जानबूझकर बचाया गया ताकि क्रिकेट की प्रतिष्ठा को नुकसान न पहुंचे। इस बयान ने क्रिकेट जगत में गरमागरम बहस छेड़ दी है। क्या यह आरोप सच हैं? जानें पूरी कहानी इस लेख में।
 

कपिल देव पर गंभीर आरोप


कपिल देव: 2011 विश्व कप के नायक युवराज सिंह के पिता, पूर्व क्रिकेटर योगराज सिंह ने कपिल देव पर एक गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि वह मैच फिक्सिंग में शामिल थे। यह बयान भारतीय क्रिकेट में हलचल मचा रहा है।


कपिल देव की भूमिका को देखते हुए, योगराज का यह बयान प्रशंसकों को चौंका रहा है और क्रिकेट जगत में बहस छिड़ गई है। यह आरोप एक बार फिर मैच फिक्सिंग के मुद्दे को सामने लाता है।


योगराज सिंह का बयान

योगराज सिंह ने कहा कि कपिल देव से जुड़े एक मैच फिक्सिंग मामले को जानबूझकर बंद कर दिया गया ताकि क्रिकेट के दिग्गजों की छवि को नुकसान न पहुंचे।


उन्होंने कहा, "मैच फिक्सिंग में कौन-कौन शामिल थे? पहले कपिल देव का नाम आया, फिर अजहरुद्दीन का... वह फाइल बंद क्यों की गई? क्योंकि कई दिग्गजों के सिर कट जाएंगे।" इस बयान ने क्रिकेट में ऐतिहासिक विवादों पर बहस को फिर से हवा दे दी है।


कपिल देव पर आलोचनाएं

योगराज की टिप्पणी उस समय आई है जब कपिल देव और मोहम्मद अजहरुद्दीन दोनों सीबीआई की जांच के घेरे में थे। मनोज प्रभाकर ने आरोप लगाया था कि कपिल ने उन्हें खराब प्रदर्शन के लिए रिश्वत देने की कोशिश की थी। हालांकि, सीबीआई ने कपिल को बरी कर दिया था।


अब, लगभग तीन दशक बाद, योगराज सवाल उठा रहे हैं कि क्या यह फैसला किसी क्रिकेट दिग्गज की छवि को बचाने के लिए किया गया था।


योगराज की शिकायतें

यह पहली बार नहीं है जब योगराज ने कपिल देव और एमएस धोनी पर निशाना साधा है। उन्होंने पहले भी इन दोनों पर खिलाड़ियों के साथ खराब व्यवहार करने का आरोप लगाया है।


योगराज ने कहा, "मैं बिशन सिंह बेदी, कपिल देव, एमएस धोनी की बात करता हूं। उन्होंने लोगों के साथ घटिया व्यवहार किया है।"


प्रतिक्रियाएं

योगराज के आरोपों पर क्रिकेट प्रशंसकों की मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आई हैं। कुछ प्रशंसक कपिल देव को एक नायक मानते हैं, जबकि अन्य पारदर्शिता की मांग कर रहे हैं।


हालांकि, कपिल देव ने इन आरोपों के बावजूद सार्वजनिक रूप से शालीनता बनाए रखी है। क्रिकेट समुदाय इस बात पर बहस कर रहा है कि क्या इन आरोपों की औपचारिक पुनर्जांच होनी चाहिए।