रणजी ट्रॉफी में मोहम्मद शमी का शानदार प्रदर्शन, 7 विकेट लेकर चयनकर्ताओं को दिया जवाब
रणजी ट्रॉफी 2025 में मोहम्मद शमी का जलवा
रणजी ट्रॉफी 2025 में मोहम्मद शमी: अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ मोहम्मद शमी ने रणजी ट्रॉफी 2025-26 के पहले राउंड में उत्तराखंड के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने 7 विकेट लेकर चयनकर्ताओं को करारा जवाब दिया। उनकी गेंदबाज़ी ने सभी को प्रभावित किया और फिटनेस पर उठ रहे सवालों का उन्होंने सटीक लाइन और घातक स्पेल से जवाब दिया।
मोहम्मद शमी ने उत्तराखंड के खिलाफ दो पारियों में कुल 7 विकेट लिए। पहली पारी में उन्होंने 37 रन देकर 3 विकेट लिए, जबकि दूसरी पारी में 4 विकेट अपने नाम किए। उनकी गेंदबाज़ी के चलते उत्तराखंड की टीम पहली पारी में 213 और दूसरी पारी में 265 रनों पर ढेर हो गई।
बंगाल ने अपनी पहली पारी में 323 रन बनाकर 110 रनों की बढ़त हासिल की। इस प्रदर्शन ने न केवल बंगाल को मजबूत स्थिति में पहुंचाया, बल्कि शमी की लय और फिटनेस को लेकर सभी सवालों का जवाब भी दे दिया।
शमी का हैट्रिक ओवर
एक ही ओवर में तीन विकेट Mohammad Shami का ‘हैट्रिक ओवर’ बना चर्चा का विषय
शमी का सबसे खतरनाक जादू उत्तराखंड की पहली पारी के 73वें ओवर में देखने को मिला। नई गेंद से संघर्ष करने के बाद उन्होंने जैसे ही रिदम पकड़ा, विकेटों की झड़ी लगा दी।
उन्होंने उस ओवर की दूसरी गेंद पर जनमेजय, तीसरी गेंद पर राजन कुमार, और पांचवीं गेंद पर देवेंद्र कुमार को आउट कर उत्तराखंड की पारी को समेट दिया। सिर्फ चार गेंदों में तीन विकेट लेकर शमी ने याद दिला दिया कि क्यों उन्हें वर्ल्ड क्रिकेट में “सटीक लाइन-लेंथ” का मास्टर कहा जाता है।
फिटनेस पर उठे सवालों का मैदान पर मिला करारा जवाब
फिटनेस पर उठे सवालों का मैदान पर मिला करारा जवाब
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के बाद से मोहम्मद शमी टीम इंडिया से बाहर चल रहे थे। चयन समिति के अध्यक्ष ने हाल ही में कहा था कि उनके पास शमी की फिटनेस को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है, इसी वजह से उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिए नहीं चुना गया।
लेकिन शमी ने उत्तराखंड के खिलाफ लगभग 40 ओवर गेंदबाज़ी करते हुए अपनी फिटनेस का ऐसा प्रदर्शन किया, जो किसी भी फिट गेंदबाज के लिए उदाहरण बन सकता है। उन्होंने खुद कहा था
“अगर मैं चार दिवसीय रणजी मैच खेल सकता हूं, तो मैं 50 ओवर का क्रिकेट क्यों नहीं खेल सकता?”
मैदान पर शमी ने अपने खेल से साबित कर दिया कि उनका शरीर और उनकी लय दोनों अब भी भारतीय टीम के लिए तैयार हैं।
टीम इंडिया में वापसी के संकेत
टीम इंडिया में वापसी के संकेत और चयनकर्ताओं पर दबाव बढ़ा
रणजी में इस तरह की घातक गेंदबाज़ी के बाद चयनकर्ताओं पर अब दबाव बढ़ना तय है। बंगाल की ओर से शानदार गेंदबाज़ी करते हुए शमी ने दिखा दिया कि अनुभव और फिटनेस दोनों उनके पक्ष में हैं।
अगर मोहम्मद शमी आने वाले मैचों में इसी तरह का प्रदर्शन जारी रखते हैं, तो ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद होने वाली घरेलू दक्षिण अफ्रीका सीरीज़ और आने वाली अन्य श्रृंखलाओं में उनकी टीम इंडिया में वापसी लगभग तय मानी जा रही है।
अजीत अगरकर ने भी कहा था कि “अगर शमी फिट हैं, तो हम क्यों उन्हें टीम में नहीं चुनेंगे।” रणजी ट्रॉफी का ये प्रदर्शन उसी बयान का व्यावहारिक जवाब लगता है।