वॉशिंगटन सुंदर का पहला टेस्ट शतक: गौतम गंभीर के शब्दों का जादू
सुंदर की यादगार पारी
ओल्ड ट्रैफर्ड में वॉशिंगटन सुंदर ने रविंद्र जडेजा के साथ मिलकर एक ऐसी पारी खेली, जिसे लंबे समय तक याद रखा जाएगा। इंग्लैंड की मजबूत टीम के खिलाफ, सुंदर ने एक शानदार पारी खेली, जो उनके टेस्ट करियर का पहला शतक था। यह शतक एक महत्वपूर्ण समय पर आया, और इसके पीछे हेड कोच गौतम गंभीर के प्रेरणादायक शब्द थे, जो सुंदर के लिए वरदान साबित हुए। इस बात का खुलासा खुद वॉशिंगटन ने मैच के बाद किया।
गौतम गंभीर के प्रेरणादायक शब्द
चौथे टेस्ट की दूसरी पारी में, भारत ने 188 के स्कोर पर केएल राहुल का विकेट खो दिया। इसके बाद कप्तान शुभमन गिल भी जल्दी आउट हो गए। ऋषभ पंत की चोट के कारण, टीम प्रबंधन ने वॉशिंगटन सुंदर को जडेजा से पहले बल्लेबाजी के लिए भेजने का निर्णय लिया। यह निर्णय भारतीय टीम के लिए एक वरदान साबित हुआ। सुंदर और जडेजा ने मिलकर 203 रनों की साझेदारी की, जिससे टीम की हार टल गई। सुंदर ने 206 गेंदों का सामना करते हुए 101 रन बनाए, जिसमें 9 चौके और एक छक्का शामिल था।
टीम इंडिया की संघर्षशीलता
पहली पारी में इंग्लैंड के पास 311 रनों की बढ़त थी, और सभी को भारतीय टीम की हार निश्चित लग रही थी। लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने हार मानने का फैसला नहीं किया। शुभमन गिल और केएल राहुल ने इंग्लिश गेंदबाजों का सामना किया, जिसमें राहुल ने 90 रन और गिल ने एक और शतक बनाया। जब दोनों आउट हुए, तो भारतीय प्रशंसकों की धड़कनें बढ़ गईं। लेकिन सुंदर और जडेजा ने मिलकर 203 रनों की साझेदारी कर इंग्लैंड की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।