शुभमन गिल की चोट: क्या उन्हें आराम की आवश्यकता है?
शुभमन गिल की बढ़ती जिम्मेदारियाँ
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट के उभरते सितारे शुभमन गिल हाल ही में चर्चा का विषय बने हुए हैं। कुछ ही महीनों में, उन्होंने भारत के सबसे विश्वसनीय बल्लेबाजों में अपनी जगह बना ली है और अब वे टेस्ट और वनडे टीम के कप्तान भी हैं।
इसके साथ ही, वे टी-20 में उप-कप्तान की भूमिका निभा रहे हैं और गुजरात टाइटंस की IPL टीम के कप्तान भी हैं। लगातार क्रिकेट खेलने का प्रभाव अब उनके प्रदर्शन पर दिखने लगा है।
गर्दन की चोट का सामना
गर्दन में चोट
साउथ अफ्रीका के खिलाफ पहले टेस्ट में, गिल गर्दन की चोट के कारण केवल तीन गेंदें खेल सके, जिससे टीम को हार का सामना करना पड़ा। अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या उन्हें आराम की आवश्यकता है। इस संदर्भ में उन्हें महत्वपूर्ण सलाह मिली है।
लगातार खेलना: थकान का कारण?
क्या थकान का असर है?
फरवरी से लेकर अब तक, शुभमन गिल ने कोई भी इंटरनेशनल या IPL सीरीज नहीं छोड़ी है। IPL, घरेलू वनडे सीरीज, और एशिया कप में वे लगातार खेलते रहे हैं। वे एकमात्र भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने इस दौरान कोई मैच नहीं छोड़ा।
हालांकि जसप्रीत बुमराह की वर्कलोड मैनेजमेंट पर चर्चा होती है, लेकिन गिल पर उतना ध्यान नहीं दिया गया। कोलकाता टेस्ट में चोट लगने के बाद, अब सभी की नजर उन पर है।
आकाश चोपड़ा की सलाह
आकाश चोपड़ा का दृष्टिकोण
पूर्व भारतीय ओपनर और प्रसिद्ध कमेंटेटर आकाश चोपड़ा का मानना है कि यदि किसी खिलाड़ी को वर्कलोड के कारण ब्रेक की आवश्यकता है, तो उसे IPL से दूर रहना चाहिए, न कि राष्ट्रीय टीम के लिए मुकाबले छोड़ने चाहिए।
जियोस्टार के साथ बातचीत में, चोपड़ा ने कहा, “मैंने गौतम गंभीर से भी यही सवाल पूछा था। उनका स्पष्ट उत्तर था कि यदि वर्कलोड को प्रबंधित करना है, तो IPL छोड़ दो। यदि कप्तानी का दबाव अधिक है, तो कप्तानी छोड़ दो।”
फॉर्म और मानसिक स्थिति
फॉर्म को बनाए रखना
चोपड़ा ने आगे कहा, “जब आप बल्लेबाज के रूप में फॉर्म में हों, तो हर मैच खेलना चाहिए। अच्छा फॉर्म कब तक रहेगा, यह कोई नहीं जानता। खराब दौर में रन बनाना कठिन हो जाता है। इसलिए जब लय अच्छी हो, तब अधिक से अधिक क्रिकेट खेलना चाहिए।”
उन्होंने यह भी कहा कि मानसिक थकान न हो और शरीर पूरी तरह से फिट हो, तब तक खेलते रहना चाहिए। उनके अनुसार, अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को प्राथमिकता देनी चाहिए।