श्रीलंका क्रिकेट टीम को शाहीन अफरीदी की पार्टी से हुआ बड़ा झटका
श्रीलंका टीम की स्वास्थ्य समस्या
नई दिल्ली: पाकिस्तान दौरे के दौरान श्रीलंका क्रिकेट टीम को एक गंभीर झटका लगा है। रविवार को पाकिस्तान के तेज गेंदबाज और कप्तान शाहीन अफरीदी के घर आयोजित एक डिनर पार्टी के बाद, श्रीलंकाई कप्तान चरिथ असलंका और तेज गेंदबाज असिथा फर्नांडो अचानक बीमार पड़ गए। दोनों अब श्रीलंका लौट रहे हैं। श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड ने पुष्टि की है कि वे 18 नवंबर से शुरू होने वाली ट्राई सीरीज में भाग नहीं लेंगे।
शाहीन अफरीदी ने श्रीलंकाई टीम के सम्मान में एक भव्य डिनर का आयोजन किया था, जिसमें कई खिलाड़ी शामिल हुए। लेकिन रविवार रात को असलंका और फर्नांडो को पेट में दर्द और उल्टी-दस्त जैसे लक्षण दिखाई दिए। चिकित्सकों की सलाह पर, बोर्ड ने निर्णय लिया कि उन्हें घर वापस भेजा जाए ताकि वे उचित चिकित्सा सुविधाओं का लाभ उठा सकें। श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड के प्रवक्ता ने कहा, 'खिलाड़ियों की सेहत हमारी प्राथमिकता है। हम उन्हें पूर्ण चिकित्सा सहायता प्रदान करेंगे, जिससे वे जल्द ही अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में वापसी कर सकें।'
टीम में बदलाव
असलंका, जो श्रीलंका की टी-20 और वनडे टीमों के कप्तान हैं, इस सीरीज में अपनी नेतृत्व क्षमता का प्रदर्शन करने वाले थे। उनकी अनुपस्थिति में अनुभवी दसुन शनाका को नई जिम्मेदारी सौंपी गई है। वहीं, फर्नांडो की तेज गेंदबाजी से टीम को मजबूती मिलने वाली थी, लेकिन उनकी जगह अब युवा पवन रत्नायके को टी-20 स्क्वॉड में शामिल किया गया है। रत्नायके ने हाल ही में घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है और यह उनके लिए बड़ा अवसर है।
पाकिस्तान दौरे में विवाद
श्रीलंका का पाकिस्तान दौरा कई विवादों में रहा है। 12 नवंबर को इस्लामाबाद में एक आत्मघाती हमला हुआ, जिसके बाद कुछ श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने सुरक्षा कारणों से खेलने से मना कर दिया था। इसके बाद पाकिस्तान के गृहमंत्री मोहसिन नकवी और आसिफ मुनीर ने सुरक्षा की जिम्मेदारी ली और श्रीलंकाई बोर्ड को दौरा जारी रखने के लिए मनाया।
शाहीन अफरीदी ने सोशल मीडिया पर इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, 'मैं श्रीलंका टीम के खिलाड़ियों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन क्रिकेट परिवार एक है।' श्रीलंकाई बोर्ड ने खिलाड़ियों को खान-पान में सतर्क रहने की सलाह दी है, ताकि भविष्य में ऐसी स्थिति न बने।