×

श्रेयस अय्यर की चोट: वापसी में लगेगा समय, आईपीएल 2026 पर असर

भारतीय क्रिकेट टीम के उपकप्तान श्रेयस अय्यर गंभीर चोट से जूझ रहे हैं, जिससे उनकी वापसी में समय लगेगा। वे न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे श्रृंखला और आईपीएल 2026 के कुछ मैचों से बाहर रह सकते हैं। जानें उनकी चोट कैसे लगी, रिहैबिलिटेशन योजना और दोबारा चोट लगने का खतरा।
 

श्रेयस अय्यर की चोट की स्थिति


नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के उपकप्तान श्रेयस अय्यर इस समय गंभीर चोट से जूझ रहे हैं। पेट में गहरी चोट के कारण उनकी वापसी में काफी समय लग सकता है। बीसीसीआई इस मामले में जल्दबाजी नहीं करना चाहती है।


सूत्रों के अनुसार, अय्यर न केवल न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाली वनडे श्रृंखला से बाहर रहेंगे, बल्कि आईपीएल 2026 में भी वे पूरे सीजन में भाग नहीं ले पाएंगे। हालांकि, इस दौरान उनके फिट होने की संभावना बनी हुई है।


चोट कैसे लगी?

25 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में खेले गए तीसरे वनडे मैच के दौरान, अय्यर कैच लेते समय गिर गए, जिससे उनके पेट पर गंभीर चोट आई। प्रारंभ में यह मामूली चोट लग रही थी, लेकिन जांच में पता चला कि उनकी स्प्लीन में फटने जैसी गंभीर समस्या हो गई है और अंदरूनी रक्तस्राव भी शुरू हो गया था।


बीसीसीआई ने तुरंत उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया और एक छोटा ऑपरेशन किया गया ताकि खून बहना रोका जा सके। उनकी स्थिति स्थिर होने के बाद उन्हें छुट्टी दी गई और वे भारत लौट आए।


रिहैबिलिटेशन योजना

हाल ही में श्रेयस का अल्ट्रासाउंड (USG) किया गया, और अच्छी खबर यह है कि उनकी रिकवरी संतोषजनक है। अब वे हल्की एक्सरसाइज और दैनिक गतिविधियों को शुरू कर सकते हैं। डॉक्टरों ने उन्हें चेतावनी दी है कि अगले एक महीने तक पेट पर कोई दबाव डालने वाली गतिविधि नहीं करनी है।


दो महीने बाद फिर से USG होगा, और उसके परिणामों के आधार पर उन्हें बेंगलुरु स्थित बीसीसीआई के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में रिहैबिलिटेशन प्रोग्राम शुरू करने की अनुमति मिलेगी।


मैदान से बाहर रहने की अवधि

एक रिपोर्ट के अनुसार, अय्यर साउथ अफ्रीका के खिलाफ होने वाली वनडे श्रृंखला और न्यूजीलैंड के खिलाफ भी बाहर रह सकते हैं। इसके अलावा, वे आईपीएल के कुछ मैचों में भी भाग नहीं ले पाएंगे। हालांकि, आईपीएल 2026 के दौरान उनके फिट होने की उम्मीद है, और वे शुरुआती कुछ मैचों से बाहर रह सकते हैं।


चोट लगने का खतरा

श्रेयस की यह चोट ऐसी है जिसमें जल्दबाजी नहीं की जा सकती। स्प्लीन की चोट में अगर जल्दी भारी एक्सरसाइज या मैच प्रेशर लिया गया, तो दोबारा अंदरूनी रक्तस्राव हो सकता है, जो जानलेवा हो सकता है।